जयपुर.देश में खारे पानी की सबसे बड़ी झील इन दिनों देसी विदेशी परिंदों के लिए कब्रगाह बनी हुई है. अचानक यहां हो रही परिंदों की मौत के मामले में अब सियासी उबाल भी आ रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मंगलवार को सांभर झील पर पहुंचे और यहां परिंदों की हो रही आकस्मिक मौत के मामले में जानकारी जुटाई. वहीं, फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत भी साथ रहे.
सांभर झील का दौरा करने पहुंचे सतीश पूनिया इस दौरान पूनिया ने सांभर झील में मृतक पक्षियों को निकालने और बीमार पक्षियों को बचाने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के काम में ढिलाई की बात कही तो साथ ही यह भी कहा की इस काम में समन्वय और तालमेल की भी कमी है.
सरकार का ध्यान केवल कमाई पर लेकिन परिंदों की जान की परवाह नहीं
सतीश पूनिया के अनुसार सरकार टूरिज्म और नमक पर टैक्स के जरिए अपना खजाना तो भर रही है. लेकिन लेकिन सांभर झील में पानी और नमक की गुणवत्ता जांचने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए. उनके अनुसार प्रदेश सरकार ने इस झील में देश-विदेश से आने वाले परिंदों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर भी कोई इंतजाम अब तक नहीं किए हैं. पूनिया के अनुसार उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान एक प्रस्ताव बनाकर भी दिया गया था.
पढ़ें-सांभर झील में पक्षियों की मौत का आंकड़ा 10 हजार के पार, पक्षी प्रेमियों ने उच्च स्तरीय जांच के लिए की मांग
जिसमें इस सांभर झील में प्रयोगशाला और रेस्क्यू सेंटर स्थापित करने पर फोकस किया गया था. लेकिन प्रदेश में सरकार बदलने के बाद मौजूदा सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया. पूनिया के अनुसार केंद्र से सांभर झील के लिए राजस्थान सरकार को जो भी मदद चाहिए वह सहायता दिलाने में भाजपा प्रदेश सरकार की पूरी मदद करेगी.
वहीं, पूनिया ने बताया कि यहां दौरे के दौरान सामने आई जानकारियों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश और केंद्र सरकार को भी अवगत कराया जाएगा. वहीं, सांभर झील में दौरे के दौरान सतीश पूनिया के साथ स्थानीय विधायक निर्मल कुमावत और पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत और जयपुर दक्षिण देहात बीजेपी अध्यक्ष रामानंद गुर्जर का साथ ही देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष अंकित चेची सहित कई कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे.