अयोध्या: उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर अयोध्या विकसित हो रही है. खास बात है कि नव्य अयोध्या के जिस विजन को साकार करने के लिए प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयासरत हैं, उसमें शहरी विकास व सौर ऊर्जा आधारित नगरीय परिवहन के साथ ही देश में पहली बार इनलैंड वॉटर मैकेनिज्म को भी विकसित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस क्रम में सीएम योगी ने शुक्रवार को सोलर बोट का उद्घाटन किया था. अब जल्द ही क्लीन एनर्जी फोकस्ड (विशेषकर विद्युत व सौर ऊर्जा चालित) अन्य बोट्स की खेप को यहां लाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी.
उल्लेखनीय है कि वर्षों तक पराभव का दंश झेलने वाली अयोध्या अब सरयू नदी में नौका विहार गतिविधियों के साथ ही ऐसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हो रही है जो आगे चलकर इसे वाराणसी की तर्ज पर इनलैंड वॉटरवेज के नए बड़े सेंटर के तौर पर स्थापित कर सकेगा. इतना ही नहीं, हाल के वर्षों में यहां हुए प्रयासों के कारण अब देश-दुनिया में इनलैंड वॉटरवेज नेविगेशनल ऑपरेशंस के लिहाज से अयोध्या के सरयू मॉडल की चर्चा हो रही है.
गेमचेंजिंग साबित होगी
उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) द्वारा विकसित की गई रूफ टॉप माउंटेड सोलर बोट सर्विस का शुक्रवार को उद्घाटन कर देश में पहली बार इनलैंड वॉटरवेज के लिहाज से गेमचेंजिंग साबित होने वाले इलेक्ट्रिक सोलर टेक्नोलॉजी बेस्ड बोट सर्विस का शुभारंभ किया था. इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है तथा देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य साजो-सामान मंगाए गए हैं.
इलेक्ट्रिक चार्ज बेस्ड बोट्स का संचालन जल्द
यह बोट पूरी तरह से स्वदेशी है और इसे मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है. फिलहाल, एक बोट को कंप्लीट कर लिया गया है तथा आने वाले दिनों में ऐसी अन्य बोटों के नियमित संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा. इसके अतिरिक्त, सरयू नदी में इलेक्ट्रिक चार्ज बेस्ड वर्किंग वाली बोट्स का भी जल्द ही संचालन शुरू हो जाएगा, जिसके लिए सरयू किनारे दो फ्लोटिंग जेटी बेस्ड पावर सोर्स प्लग स्टेशंस सीजे वीआई गंगा 3 व सीजे वीआई गंगा 6 को 15 दिसंबर से ही गुप्तार घाट से नया घाट के बीच रखा गया है.