नई दिल्ली : स्मार्टफोन कैमरा टेक्नोलॉजी का विकास बहुत तेजी से हो रहा है. निर्माता अब लेंस की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ जूम कैपेबिलिटी को भी बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं. इस काम में सबसे आगे पेरिस्कोप लेंस है, जो पहले प्रोफेशनल-ग्रेड कैमरे तक सीमित टेक्नोलॉजी थी, जिसे अब कंज्यूमर-लेवल के स्मार्टफोन में एकीकृत किया जा रहा है.
इस साल एडवांस लेंस टेक्नोलॉजी को शामिल करने वाले फ्लैगशिप डिवाइस में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें इस साल की शुरुआत में रियलमी की अपनी फ्लैगशिप पेशकश 12 प्रो प्लस 5जी भी शामिल है. 12 प्रो सीरीज 5जी की सफलता के बाद, रियलमी बहुप्रतीक्षित 13 प्रो सीरीज 5जी के साथ एक बार फिर स्मार्टफोन फोटोग्राफी को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है.
स्मार्टफोन में पेरिस्कोप कैमरा टेक्नोलॉजी का एकीकरण एक जटिल और महंगा प्रयास है, जो आमतौर पर प्रीमियम फ्लैगशिप मॉडल के लिए होता है. 12 प्रो प्लस 5जी की रिलीज तक, पेरिस्कोप लेंस का इस्तेमाल उनकी उच्च लागत के चलते सबसे महंगे टॉप-ऑफ-द-लाइन स्मार्टफोन तक ही सीमित था. हालांकि, रियलमी ने 12 प्रो प्लस 5जी के साथ इस टेक्नोलॉजी को व्यापक बाजार में उतारा. इसने फ्लिपकार्ट पर अपनी कैटेगरी में नंबर 1 कैमरा स्मार्टफोन का प्रतिष्ठित खिताब जीता है.
इस महीने 30 जुलाई को लॉन्च होने वाले इस स्मार्टफोन में एआई के साथ अल्ट्रा क्लियर कैमरा का फीचर है, जो सोनी एलवाईटी-600 सेंसर द्वारा संचालित 50 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा है. यह रियलमी 13 प्रो सीरीज 5जी को इस सेगमेंट में एकमात्र ऐसा डिवाइस बनाता है जो एडवांस कैमरा टेक्नोलॉजी प्रदान करता है. यह कैमरा पावर हाउस के रूप में रियलमी को और मजबूत करता है. यह एआई से लैस कैमरा पुरानी तस्वीरों को भी बेहतर बना सकता है, आपके दादा-दादी की युवावस्था की तस्वीरों या फिर एक दशक पहले बेसिक फोन पर ली गई तस्वीरों में नई जान फूंक सकता है.