हैदराबाद: अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी इंट्यूट (Intuit) ने दुनिया भर में अपने कार्यबल का 10 प्रतिशत यानी लगभग 1,800 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है. फॉर्च्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इंट्यूट के सीईओ सासन गुडरजी (Sasan Goodarzi) ने कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल में कहा है कि कंपनी नेतृत्व ने बहुत कठिन निर्णय लिया है. गुडरजी ने ईमेल में लिखते हैं कि हम कभी भी लागत कम करने के लिए छंटनी नहीं करते हैं और इस बार भी यही सच्च है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी इंट्यूट का यह कदम लागत में कटौती करने के लिए नहीं बल्कि कंपनी की रणनीति को एआई और जनरेटिव एआई की दिशा में शिफ्ट करने के लिए है. क्विकबुक, क्रेडिट कर्मा और टर्बोटैक्स (TurboTax) जैसे चर्चित प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी ने इन 1,800 पदों को मुख्य रूप से इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट, सेल्स और मार्केटिंग रोल में नए कर्मचारियों के साथ भरने की योजना बनाई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा, उनमें से 1,050 स्टाफ ऐसे हैं जो कंपनी के औपचारिक प्रदर्शन के मानदंडों पर खरे नहीं उतरते. इंट्यूट निदेशकों, एसवीपी और ईवीपी की कार्यकारी भूमिकाओं की संख्या में भी लगभग 10 प्रतिशत स्टाफ की कटौती कर रहा है. बीते दिनों ने एक इंटरव्यू में गुडरजी ने कहा था कि पिछले छह या सात महीनों में हमारे के लिए उस तरह की प्रतिभा को पाना कहीं ज्यादा आसान रहा है, जब डेटा और एआई हमारी रणनीति का मुख्य हिस्सा रहे हैं.