पटना:राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ थाना से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस हिरासत में एक युवक की मौतहो गई. जिसके बाद परिजनों के द्वारा पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया गया है. हालांकि पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने इस मामले की जांच के लिए टीम गठित की है साथ-साथ दोषियों पर कार्रवाई की भी बात कही है.
पूछताछ के दौरान हुई मौत:बता दें कि जनवरी 2024 में फुलवारी शरीफ थाने में वादी सुरेंद्र सिंह के द्वारा अपने बेटे 28 वर्षीय सुशील कुमार के अपहरण का मामला दर्ज करवाया गया था. जिसमे वादी ने अपने भांजे जितेश कुमार और दोस्त रंजीत के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस के द्वारा इस मामले में जांच की जा रही थी. जांच के क्रम में प्राथमिकी दर्ज नामजद आरोपी जीतेश कुमार को अनुमंडल पुलिस कार्यालय फूलवारी में पूछताछ के लिए लाया गया था, उसी दौरान जितेश की तबियत बिगड़ गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जितेश मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप: दरअसल जितेश कुमार के मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच लाया गया. जहां मृतक के परिजनों ने पुलिस कस्टडी में बेरहमी से मारपीट करने से मौत का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है. परिजनों ने बताया कि रविवार को अपहरण मामले को लेकर जितेश और उसके दो दोस्तों को फुलवारी थाना की पुलिस उठाकर पूछताछ के लिए ले गई थी. वहीं सोमवार की सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत की खबर परिजनों को दी गई.
क्या कहते मृतक के दोस्त: इस मामले युवक के साथी मुकेश और राहुल को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था. आरोप है की कस्टडी में अलग कमरे में पुलिसकर्मी जितेश को ले गए. मुकेश और राहुल को दूसरे कमरे में रखा गया था, जहां जितेश के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही थी. मृतक जितेश कुमार के दोस्त मुकेश ने बताया कि उसे और राहुल को भी पुलिस ने कस्टडी में मारा गया, जिस दौरान जितेश कुमार के साथ बेरहमी से मारपीट में वो बेहोश हो गया.