रांची: पूरी दुनिया आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. झारखंड की राजधानी रांची में भी राजकीय योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. एक तरफ जहां योग दिवस पर मंत्री, विधायक और अधिकारी योग कर रहे थे और लोगों को योग के महत्व के बारे में बता रहे थे. वहीं दूसरी तरफ सरकार और अधिकारियों की अनदेखी के कारण रांची स्थित राज्य योग केंद्र में लाखों रुपये की लागत से बना अत्याधुनिक योग स्टूडियो उद्घाटन का इंतजार कर रहा है. इस ओर न तो सरकार के नुमाइंदों का ध्यान हैं और न ही विभाग के अधिकारियों की.
योग क्लासेज का होना था सीधा प्रसारण
दरअसल, योग स्टूडियो बनाने की नींव इस उद्देश्य से रखी गई थी कि लोगों की सुबह योग के साथ हो, योग की बारीकियां घर-घर तक पहुंचे. इस योग स्टूडियो के जरिए योग कक्षाओं का सीधा प्रसारण किया जाना था. सरकार और आयुष निदेशालय की योजना के अनुसार योग स्टूडियो का निर्माण किया गया. स्टूडियो बनकर तैयार भी हो गया. लेकिन एक साल से ज्यादा का समय बीत गया. न तो इसकी शुरुआत हो सकी, न ही इसका उद्घाटन हो सका और न ही जिस उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया था, वह पूरा हो सका.
योग स्टूडियो से होता लोगों को लाभ
रांची स्थित राज्य योग केंद्र की मुख्य योग प्रशिक्षका डॉ अर्चना कुमारी कहती हैं कि योग स्टूडियो का लाभ सिर्फ लोगों को योग और उसके लाभ के बारे में बताने में ही नहीं है. इसके जरिए दूसरे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी इसका लाभ मिलेगा. डॉ अर्चना ने बताया कि राज्य योग केंद्र का स्टूडियो पूरी तरह बनकर तैयार है. एक बार शॉर्ट सर्किट, वायरिंग में कुछ खराबी और मानव संसाधन की भारी कमी के कारण एक भी दिन स्टूडियो में योग का लाइव प्रसारण नहीं हो पाया.
उन्होंने कहा कि अगर यह स्टूडियो शुरू होता है तो इसका लाभ सीधे आम लोगों को होगा. आम लोग रोज सुबह अपने मोबाइल पर योगाभ्यास का लाइव प्रसारण देखकर खुद से सही तरीके से योग कर सकेंगे. इससे उन्हें कई जटिल बीमारियों से भी मुक्ति मिलेगी.