छतरपुर(मनोज सोनी):साल 2024 जिले के विकास और मिलने वाली ऐतिहासिक सौगातों के लिए याद रखा जाएगा. केन-बेतवा लिंक परियोजना से लेकर मेडिकल कॉलेज के लिए बजट, छतरपुर ने निकलने वाले कबरई-सागर इकोनॉमिक कॉरिडोर जैसी योजनाएं इस वर्ष की प्रमुख उपलब्धियां रही हैं. इसके अलावा जिले को वंदे भारत ट्रेन की सौगात भी मिली. वहीं गौरिहार के कुलदीप पटेल ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में 181 रैंक हासिल कर जिले के युवाओं को नई राह दिखाई है.
मेडिकल कॉलेज को मिला बजट
गौरगांय स्थित मेडिकल कॉलेज के लिए इस साल बजट मिला, जिससे उसके निर्माण कार्य में तेजी आई है. छतरपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज में 2026 से एडमिशन शुरू हो जाएंगे. परिसर में 11 बिल्डिंग्स का निर्माण किया जा रहा है. कॉलेज की मुख्य बिल्डिंग के अलावा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, गर्ल्स हॉस्टल, ब्वॉयज हॉस्टल, प्रोफेसर क्वार्टर, रेसीडेंट डॉक्टर हॉस्टल, इंटन हॉस्टल, कॉमर्शियल सेंटर और फायर फिटिंग बनाए जा रहे हैं.
छतरपुर के कलेक्टर पार्थ जैसवाल (Etv Bharat) मेडिकल कॉलेज 100 सीटर होगा. इसके बन जाने से छतरपुर, पन्ना, महोबा, बांदा, टीकमगढ़ सहित एमपी-यूपी के कई गांवों के लोगों को फायदा मिलेगा. फिलहाल लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए झांसी, ग्वालियर, भोपाल और दिल्ली जाना पड़ता था.
केन बेतवा लिंक परियोजना की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खजुराहो में 46 हजार करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना की आधारशिला रखी. परियोजना से प्रदेश के 10 जिलों के दो हजार अधिक गांवों के 8 लाख 11 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में वार्षिक सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इसके साथ ही यूपी के झांसी व महोबा जिले में ढ़ाई लाख हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होने के साथ ही 130 मेगावॉट बिजली का भी उत्पादन होगा. इससे प्रदेश की करीब 44 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा मिलेगी. वहीं
कबरई-सागर इकोनॉमिक कॉरिडोर
छतरपुर जिले से निकलने वाले करबई-सागर फोर टू सिक्स लेन काम तेजी से चल रहा है. 223.7 किलोमीटर लंबा यह नेशनल हाइवे एमपी-यूपी को जोड़ेगा. फोरलेन सागर से बंडा, दलपतपुर, शाहगढ़, बड़ामलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ीमलहरा, ऊजरा, श्रीनगर और महोबा होकर बनाया जा रहा है. इसके लिए छतरपुर जिले की चार तहसील महाराजपुर, छतरपुर, बिजावर और बड़ामलहरा के 57 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. 2026 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसकी अनुमानित लागत 2653 करोड़ आंकी जा रही है.
कानपुर नेशनल हाइवे के समानांतर बनाया जा रहा है सागर-कबरई फोरलेन
बता दें कि सागर से कानपुर नेशनल हाइवे के समानांतर सागर-कबरई फोरलेन बनाया जा रहा है. इसके बाद इसे सीधे लखनऊ से जोड़कर इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना है. कबरई से कानपुर और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है.
इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने से एक तरफ जहां बुंदेलखंड के लोगों को सीधे तौर पर कनेक्टिी मिलेगी, वहीं व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने कहा "आने वाले साल में छतरपुर जिले का भरपूर विकास होगा. रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. पुराने साल को मिली सौगातों के लिए याद किया जाएगा."