नई दिल्ली/नोएडा: गर्मी के मौसम में ग्रेटर नोएडा में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने में विभाग का दम फूल रहा है. ऐसे में यमुना प्राधिकरण ने आने वाले 15 सालों के लिए बिजली का उचित प्रबंध किया है. जिससे कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जरूरत को पूरा करने के अलावा रेजिडेंशियल और इंडस्ट्रियल एरिया में भी बिजली की कमी नहीं होगी. इस संबंध में जब यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुण वीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने पूरे विस्तार से बताया कि किस प्रकार यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विद्युत की कमी ना हो इसके लिए प्रबंध किया गया है, और इसके लिए 700 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह कहते हैं कि बिजली का प्रबंधन इस प्रकार से किया गया है, कि आने वाले 15 सालों तक बिजली की कमी महसूस नहीं होगी. वह कहते हैं कि हमारे पास एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आ रहा है, जिसको बिजली दी जानी है, इसके अलावा 32000 रेसिडेंशियल के और हाउसिंग के अलॉटी हैं, उनको बिजली दी जानी है. इसके अलावा 3061 इंडस्ट्रियल प्लांट है, जिनको बिजली दी जानी है. इसके लिए हमने मास्टर प्लान बनाया है. यूपी ट्रांसमिशन और यूपी पावर कॉरपोरेशन से असेसमेंट कराया है, उसके अनुसार हमको 1000 मेगावाट बिजली अगले 15 सालों के लिए इस क्षेत्र में देनी है. अभी अभी तीन सब स्टेशन चालू कर दिए हैं, एक सब स्टेशन सेक्टर 32 में यूपी पावर कारपोरेशन ने बनाया है, वह चालू हो गया है. पिछले महीने सेक्टर 18 में 220 कब का सबस्टेशन वह भी चालू हो गया है. सेक्टर 24 में एक और सब स्टेशन और भी डेढ़ महीने पहले बनाया गया था, वो भी चालू हो गया है. इस प्रकार तीन सब स्टेशन चालू हो गए हैं. जिसमें 940 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है.