कोरबा: कोरबा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने बीजेपी की प्रत्याशी सरोज पांडे के बयान का पलटवार किया है. दरअसल, सरोज पांडे ने ज्योत्सना महंत से पिछले 5 साल का हिसाब मांगा था और कहा था कि संसद बाहरी हैं और 5 साल निष्क्रीय रही है. सरोज पांडे के बयान पर ज्योत्सना महंत ने कहा कि, "यदि उन्हें कुछ पूछना है तो वह सीधे मुझसे पूछें, मैं उनके सवालों का जवाब दूंगी.वैसे भी मैं कबीरपंथी हूं, मुझे किसी भी बात पर गुस्सा नहीं आता."
जानता ने देखा है मेरा काम:दरअसल, टिकट मिलने के बाद बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडे ने कोरबा में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने सांसद ज्योत्सना महंत के कार्यकाल पर सवाल उठाए थे और कहा था कि वह क्षेत्र से गायब हैं. इसी पर ज्योत्सना महंत ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, "कोई बात नहीं. उनके काम वो करें. मेरे काम मैं करती हूं. मैं कबीर पंथी हूं और मुझे गुस्सा नहीं आता और न मुझे बताने की जरूरत है कि मैंने क्या किया है. जनता सब जानती है. यदि उन्हें कुछ पूछना है तो मुझसे सीधे पूछें, मैं बताउंगी."
कोरबा लोकसभा से हाई कमान को मेरा सिंगल नाम भेजा गया : मीडिया से बातचीत के दौरान ज्योत्सना महंत ने कहा कि, "कोरबा लोकसभा क्षेत्र से मेरा सिंगल नाम भेजा गया है. सोनिया जी का जो आदेश होगा उसके हिसाब से मैं काम करूंगी. मैं मुद्दे उठाना नहीं, बल्कि काम करना ज्यादा जरूरी समझती हूं. 10 साल से केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार है. वे अब रेडियो और पत्राचार के माध्यम से कह रहे है कि अब प्रधानमंत्री ने फिर 5 साल के लिए गारंटी ली है कि 80 करोड़ जनता को फ्री में अनाज देंगे. क्या यह गारंटी होती है? जनता को आप फ्री में खाना दे रहे हैं लेकिन रोजगार देने की बात नहीं करते. महंगाई कम करने, गैस सिलेंडर के बढ़ते दाम को रोकने की बात नहीं करते. फ्री खाना देना कोई मुद्दा नहीं है, हम बेरोजगारों को रोजगार देंगे, किसानों को एमएसपी देने की गारंटी देते हैं."