लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को सपा के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ लोकसभा सत्र में हिस्सा लेने के पहुंचे. इस दौरान अयोध्या से जीतकर संसद सदस्य बने अवधेश प्रसाद को अखिलेश यादव ने अपने साथ रखकर अयोध्या की जीत का संदेश दिया. खास तौर पर यह संदेश देने की कोशिश रही कि राम का नाम लेकर राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी से लोग नाराज हैं. यही कारण रहा कि अयोध्या की जनता ने भाजपा की नीतियों को नकारते हुए समाजवादी पार्टी में भरोसा जताया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अयोध्या से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद का हाथ पकड़कर संसद भवन पहुंचे. दरअसल अयोध्या की जीत को अखिलेश यादव हर स्तर पर भुनाने का काम कर रहे हैं. यही कारण है कि अवधेश प्रसाद को वह इस समय खूब तवज्जो दे रहे हैं. जिससे यह संदेश दिया जा सके कि अयोध्या की जीत समाजवादी पार्टी के लिए किसी बड़े तोहफे से काम नहीं है. राजनीतिक निहितार्थ भी तमाम मायने रखते हैं.
संसद भवन में अखिलेश यादव ने अवधेश प्रसाद को संसद में अपने साथ वाली सीट पर बैठाया. अवधेश प्रसाद दलित समाज से आते हैं और समाजवादी पार्टी के सात बार के विधायक रहे हैं. अखिलेश यादव ने उन्हें इस लोकसभा चुनाव में अयोध्या जैसी सामान्य सीट से दलित सांसद को चुनाव लड़कर बड़ा रिस्क लेने का काम किया था, लेकिन अखिलेश के पिछड़े दलित अल्पसंख्यक फार्मूले के सहारे अवधेश प्रसाद ने बड़ी जीत दर्ज की. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के बाद भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में बने माहौल को भी ठंडा कर दिया.