रायपुर: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कुल सात विधेयकों को सत्ता पक्ष ने पारित कराया. शीतकालीन सत्र इस बार हंगामें के बीच सपन्न हुआ. सत्र के चारों दिन विपक्ष ने सत्त पक्ष को तीखे तेवर दिखाए. सदन में कई बार पक्ष और विपक्ष के बीच नोक झोंक की स्थित बनी. शीतकालीन सत्र में सदन के पटल पर सात विधेयकों पर चर्चा हुई. शुक्रवार के दिन के लिए सूचीबद्ध कार्य पूरा करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.
विधानसभा के शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित:सत्र के दौरान कुल चार बैठकें हुईं. सभी बैठकों में लगभग 21 घंटे तक चर्चा हुई. विधानसभा अध्यक्ष सिंह ने कहा कि सत्र के दौरान 420 तारांकित और 394 अतारांकित प्रश्नों सहित लगभग 814 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुईं. आपको बता दें कि अतारांकित प्रश्न वे होते हैं जिनका उत्तर मंत्रियों द्वारा लिखित रूप से दिया जाता है. तारांकित प्रश्न वे होते हैं जिनका उत्तर प्रश्नकाल के दौरान सदन में मौखिक रूप से दिया जाना चाहिए. अध्यक्ष ने कहा कि सत्र में कुल 288 ध्यानाकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिनमें से 85 सूचनाएं स्वीकार की गईं. आठ को शून्यकाल में परिवर्तित किया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा:रमन सिंह ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ विधानसभा की स्थापना का रजत जयंती वर्ष है. मुझे बहुत खुशी है कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान छठी विधानसभा अपने अतीत में स्थापित संसदीय मूल्यों को मजबूत करने का निरंतर प्रयास कर रही है. मुझे पूरा विश्वास है कि सभी विधायकों का संसदीय आचरण और व्यवहार लोकतंत्र के इस पवित्र मंदिर की गरिमा को बढ़ाने का सशक्त माध्यम साबित होगा.
कांग्रेस ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल: शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस लगातार कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाती रही. विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी ने कहा कि अपराध पिछली सरकार के आंकड़ों से कम हुए हैं. विपक्ष की ओर से भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म, गैंगवार, धोखाधड़ी, तस्करी, अवैध खनन, जंगली जानवरों के शिकार की घटनाएं बढ़ी हैं. बघेल ने कहा कि जो छत्तीसगढ़ पहले शांति के लिए जाना जाता था वहां अशांति हो रही है.
पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने पूछा सवाल: पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने सदन में कहा कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय राज्य पुलिस विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है. उमेश पटेल ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस विधायक के खिलाफ सार्वजनिक रूप से जुबान फिसलने पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
गृहमंत्री विजय शर्मा ने दी सदन को जानकारी: गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस शराब, अवैध ड्रग्स और नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. 2024 में गांजा से संबंधित 1289 मामलों में 1791 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और करीब 250 क्विंटल प्रतिबंधित पदार्थ जब्त किया गया. करीब 335 ग्राम ब्राउन शुगर, करीब 12 किलोग्राम अफीम, 1.28 लाख गोलियां, 94,722 कैप्सूल, 20,347 इंजेक्शन, 78 ग्राम हेरोइन के साथ ही कोकीन और एमडीएमए की गोलियां भी बड़ी मात्रा में जब्त की गई.
नशे के खिलाफ चला रहे एक्शन:गृहमंत्री ने विधानसभा को बताया कि राज्य में पहली बार मादक द्रव्यों और अवैध व्यापार की रोकथाम अधिनियम (पीआईटीएनडीपीएस अधिनियम) के तहत एक सलाहकार बोर्ड का गठन किया गया है. ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए जन जागरूकता पैदा की जा रही है, जिसमें अक्टूबर में 'साइबर पखवाड़ा' मनाना भी शामिल है.