सुलतानपुर लोकसभा सीट पर संवाददाता फरीद अहमद की रिपोर्ट. सुलतानपुर: भाजपा ने लोकसभा चुनाव की अपनी पहली लिस्ट में 195 उम्मीदवार घोषित किए थे. इसमें यूपी की 80 सीट में से 51 उम्मीदवारों को फाइनल कर दिया था. लेकिन, इन 51 में सुलतानपुर सीट शामिल नहीं हैं. यहां से मौजूदा समय में भाजपा की मेनका गांधी सांसद हैं.
ऐसे में कयासों का बाजार गर्म हो गया है. राजनीतिक विश्लेषक कयासों के सहारे बता रहे हैं कि टिकट किसको मिलेगा. लेकिन ज्यादातर लोगों की राय मौजूदा सांसद मेनका गांधी के पक्ष में है. हालांकि अभी इस से पर्दा हटना बाकी है. हो सकता है आज यानी शुक्रवार की शाम तक ये पर्दा हट जाए.
दरअसल, महाशिवरात्रि 2024 के दिन 8 मार्च को भारतीय जनता पार्टी कोर कमेटी की बैठक दिल्ली में है. इसी पर सबकी निगाह बनी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें सुलतानपुर लोकसभा सीट का टिकट फाइनल हो जाएगा.
आमजन की बात करें तो मेनका गांधी की लोकप्रियता क्षेत्र में काफी है. जनता का मानना भी है कि मेनका गांधी ने जिले में विकास कार्यों में नजीर पेश की है. हालांकि राजनीति अनिश्चितता से भरी हुई है, इसलिए क्या होगा इसका अंदाजा लगाना फिलहाल मुमकिन नहीं है.
सुलतानपुर लोकसभा सीट पर एक नजर
- अधिकतर भाजपा या कांग्रेस का इस सीट पर कब्जा रहा है. दो बार बसपा ने भी दम दिखाया है.
- 2014 में भाजपा ने वरुण गांधी को प्रत्याशी बनाया था और वो जीत कर लोकसभा पहुंचे थे.
- 2019 में भाजपा ने सीट बदल दी और वरुण गांधी पीलीभीत से तो मेनका गांधी सुलतानपुर से चुनाव जीती थीं.
- मेनका गांधी को महागठबंधन के प्रत्याशी चन्द्रभद्र सिंह सोनू ने कड़ी टक्कर दी थी. महज 14 हजार वोटों से मेनका ने चुनाव जीता था.
सुलतानपुर में भाजपा के दावेदार काफी:लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा से सुलतानपुर में दावेदार काफी हैं. लेकिन माना जा रहा है कि मेनका गांधी की दावेदारी मजबूत है. अंतिम समय में भाजपा टिकट दे भी सकती है. फिलहाल चौक चैराहों पर टिकट को लेकर चर्चा गर्म है.
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