नई दिल्ली:पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने दिल्ली की बिगड़ती स्थिति के प्रति गंभीरता दिखाते हुए एक महत्वपूर्ण जन सर्वेक्षण का आयोजन किया है. यह सर्वेक्षण आज दिल्ली के प्रसिद्ध कनॉट पेलेस इनर सर्किल पर आयोजित किया गया, जो आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक आवश्यक कदम माना जा रहा है.
विजय गोयल ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में दिल्लीवासियों ने विभिन्न गंभीर समस्याओं का सामना किया है. इसमें सीवर की खस्ताहाल स्थिति, वायु प्रदूषण, टूटी फटी सड़कों, बांग्लादेश से आए रोहिंग्याओं के मुद्दे, बदहाल शिक्षा व्यवस्था, पार्किंग की कमी और अस्पतालों की दयनीय हालत जैसे कई मुद्दे शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, दिल्ली में कूड़े और कचरे के बढ़ते पहाड़ नागरिकों के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए एक गंभीर खतरा बन गए हैं.
कनॉट प्लेस में लोगों से किया संवाद:सर्वेक्षण के दौरान, गोयल ने जानकारी दी कि दिल्ली में चुनाव करीब हैं और उन्होंने यह जानने का निर्णय लिया है कि चुनाव किन मुद्दों पर होने चाहिए. उन्होंने कनॉट प्लेस में मेट्रो स्टेशन के पास लोगों से संवाद किया और उनसे उनकी समस्याओं के बारे में पूछा. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक के सर्वेक्षण में जल और सीवर को सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने रखा गया है, साथ ही पार्किंग और प्रदूषण संबंधी चिंताएं भी सुनने को मिली हैं.
'चुनावी मेनिफेस्टो में हो समस्या का समाधान':विजय गोयल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि "दिल्ली की जनता को मुफ्त की रेवड़ियों से पहले साफ पानी, साफ हवा और पूरी बिजली चाहिए." वह मानते हैं कि यह अभियान दिल्ली के विभिन्न भागों में चलाया जाना चाहिए, जहां भाजपा के वालंटियर्स लोगों से उनकी राय लेंगे. उनका यह भी कहना था कि सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी चुनावी मेनिफेस्टो में केवल समस्याओं को नहीं, बल्कि उनके समाधान को भी शामिल करना चाहिए.
इस जन सर्वेक्षण का उद्देश्य न केवल समस्याओं की पहचान करना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि इन समस्याओं को भविष्य की नीतियों में कैसे समाहित किया जाए. गोयल का मानना है कि यह सिर्फ भाजपा की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सभी पार्टियों को इस दिशा में काम करना चाहिए ताकि दिल्लीवासियों की आवश्यकताओं और समस्याओं का समाधान किया जा सके.