भोपाल.देश में एक नए वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. ये खतरनाक वायरस है वेस्ट नाइल वायरस, जो मच्छर के काटने से फैलता है. वेस्ट नाइल वायरस से एक गंभीर बुखार होता है जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी तक को प्रभावित करता है, केरल में वेस्ट नाइल वायरस के मामले सामने आने के बाद देश के सभी राज्य अलर्ट मोड पर हैं. मध्यप्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और इसकी लगातार मॉनीटरिंग भी की जा रही है.
क्यों मध्य प्रदेश के लिए है खतरे की घंटी
मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा लोग केरल में प्रवासी के तौर पर जाते हैं. साथ ही हर साल यहां टूरिज्म के लिए जानें वालों की तादाद बढ़ रही है. केरल की एक बड़ी आबादी मध्य प्रदेश में रहती है और दोनों राज्यों का सीधी कनेक्शन रेलवे से है. ऐसे में संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है. मध्य प्रदेश में चुनाव है लिहाजा फिलहाल स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है लेकिन अभी आम लोगों के लिए आधिकारिक तौर पर कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है.
माइक्रो बायोलॉजी एक्सपर्ट्स की चेतावनी
"वेस्ट नील वायरस भारत में बहुत पुराना है. यह पहले साउथ के जंगलो में पाया जाता था. लेकिन अब जिस प्रकार लोग जंगलों में घर बना रहे हैं और वहां बसते जा रहे हैं. इस कारण मच्छरों के माध्यम से बीमारी शहरों तक फैल रही है." - वीके रामानी, प्रोफेसर और एचओडी माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट, एलएन मेडिकल कॉलेज भोपाल
क्या है वेस्ट नाइल वायरस और वेस्ट नाइल बुखार?
वेस्ट नाइल वायरस मच्छर के काटने से फैलता है. मच्छर के काटने से वायरस व्यक्ति के शरीर के अंदर चला जाता है पर ज्यादातर लोगों में कोई लक्षण नजर नहीं आते. लेकिन पर पांच में से एक व्यक्ति में इसके गंभीर लक्षण नजर आने लगते हैं