नई दिल्ली:दिल्ली में इन दिनों लोगों को लगातार पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ दिवाली-छठ त्योहारों का सीजन उनकी इस दिक्कत को और बढ़ा रहा है. इस बीच खबर है कि दिवाली-भैया दूज जैसे बड़े त्योहार पर भी पानी की समस्या रहेगी, क्योंकि सफाई के कारण गंग नहर से जलापूर्ति बंद कर दी गई है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में अमोनिया की सामान्य से अधिक मात्रा होने के चलते भी विभिन्न जल शोधन संयंत्र पर भी प्रभाव पड़ रहा है. हालात ये है कि दिल्ली के करीब 40 फीसदी इलाकों में में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी.
दरअसल जल शोधक संयंत्रों को यमुना नदी में हुई अमोनिया की अधिकता के कारण जल को शुद्ध करने में दिक्कत आ रही है. जानकारी के अनुसार, यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 1 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से अधिक हो गया है, जबकि शोधन के लिए इसे 0.5 पीपीएम से भी कम होना चाहिए. फिलहाल अमोनिया का स्तर अधिक होने के चलते शोधन की प्रक्रिया धीमी हो गई है, जिसका सीधा असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है.
क्षमता से कम काम कर रहे संयंत्र: गत रविवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने कहा था कि ऊपरी गंग नहर में मेंटेनेंस के कारण 30 अक्टूबर तक भागीरथी और सोनिया विहार डब्ल्यूटीपी (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) में पानी का ट्रीटमेंट प्रभावित होगा. ये प्लांट्स अपनी क्षमता से 20 से 30 प्रतिशत कम क्षमता से काम कर रहे हैं. यह स्थिति हरियाणा से आ रहे औद्योगिक कचरे के कारण पैदा हो रही है. हरियाण सरकार की नफरत दिल्ली के लोगों के जीवन से सीधे खिलवाड़ कर रही है. दिल्ली सरकार जल्द ही हरियाणा सरकार से इस समस्या के समाधान के लिए बातचीत करेगी.