जयपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की भजनलाल सरकार की पहली वर्षगांठ पर राजस्थान के 21 जिलों को ईआरसीपी की बड़ी सौगात दी. पीएम ने इस परियोजना के पहले चरण के कार्य का शिलान्यास किया. हालांकि ईआरसीपी को लेकर पीएम की घोषणा के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई. पहले कांग्रेस ने योजना के नाम पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया तो भाजपा सरकार ने इन आरोपों पर पलटवार किया. भजनलाल सरकार में जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के आरोपों पर पलटवार करते हुए कि कहा कि जब प्रदेश में ईआरसीपी जैसे बड़े और अच्छे काम हो रहे हैं तो उन्हें पेट में दर्द क्यों हो रहा है ? कांग्रेस के नेता आधी अधूरी जानकारी के साथ आरोप लगा रहे हैं. वे सिर्फ भ्रम फैलाने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगाते हैं.पेट में दर्द क्यों ?
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत (ETV Bharat Jaipur) मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि ईआरसीपी पर कांग्रेस की जो आरोप है वह पूरी तरीके से निराधार हैं. प्रदेश में भजनलाल सरकार ईआरसीपी परियोजना को लेकर गंभीरता से काम कर रही है. सरकार बनने के साथ ही इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया था, कांग्रेस के नेता आज भले ही आरोप लगा रहे हो, लेकिन उन्हें इस बात की सच्चाई का पता होना चाहिए कि 5 साल तक इस परियोजना को लटकाने का काम उन्हीं की सरकार ने किया था. पूर्ववर्ती कांग्रेस की गहलोत सरकार ने 21 जिलों की जीवनदायिनी ईआरसीपी परियोजना को सिर्फ अपने राजनीतिक लाभ के लिए लटका कर रखा और जनता को लगातार गुमराह करते रहे.
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रावत ने कहा कि टीकाराम जूली और गोविंद सिंह डोटासरा को ईआरसीपी को लेकर अभी पूरी जानकारी नहीं है, आधी अधूरी जानकारी के साथ वह झूठे आरोप लगाते हैं. कांग्रेस के नेताओं की फितरत में है कि वह झूठ की राजनीति करें. यह एक ऐतिहासिक योजना है, जिसकी सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को दी है. केंद्र सरकार इस योजना में 90 फीसदी फंडिंग कर रही है. केंद्र सरकार और राजस्थान व मध्य प्रदेश सरकार मिलकर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आगे बढ़ चुकी है. कांग्रेस के नेता उल्टे सीधे बयान देकर भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब जनता इस भ्रम में आने वाले नहीं है.
कांग्रेस के तमाम झूठे भ्रम को अब जनता समझ चुकी है, यह प्रोजेक्ट पूर्वी राजस्थान के लिए जीवनदायिनी साबित होगा. ईसरदा बांध का काम पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के दौरान स्वीकृत हुए थे. कांग्रेस ने हमारी सरकार की योजनाओं को लटका कर रखा है. कांग्रेस सरकार कभी भी प्रदेश की जनता का भला नहीं सोचती थी. उन्होंने सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए इन योजनाओं अटका लिया.
कांग्रेस ने लगाए थे ये आरोपः बता दें कि राजस्थान के 21 जिलों में पानी पहुंचाने वाली ईआरसीपी - पीकेसी रियोजना का पीएम मोदी ने शिलान्यास किया था. इसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री ने दो बार वादा किया था, लेकिन इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया गया है. इस मुद्दे पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करना चाहिए.