रांची: चुनावों मतदान के दौरान बोगस वोटिंग को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार बड़ा कदम उठाया है. वोटर इंफार्मेशन स्लीप के जरिए मतदाताओं की पहचान करने की तैयारी की गई है. इसके लिए चुनाव आयोग ने घर-घर जाकर मतदाताओं को वोटर इनफॉरमेशन स्लिप मुहैया करा रही है.
इस वोटर इनफॉरमेशन स्लिप में मतदाता का नाम, मतदान केंद्र के साथ-साथ मतदान के दौरान क्या करें, क्या ना करें और सबसे अहम गूगल मैप है. जिसके जरिए मतदान केंद्र का लोकेशन मतदाता को मिल जाएगा. बीएलओ के माध्यम से झारखंड में पहले चरण में हो रहे चार संसदीय क्षेत्र में चुनाव से पूर्व वोटर इंफार्मेशन स्लीप वितरित की जा रही है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि वोटर इनफॉरमेशन स्लिप वितरण के दौरान राजनीतिक पार्टी के लोग भी बीएलओ के साथ जा सकते हैं. इसके अलावा बीएलओ के द्वारा अनुपस्थित या मृत होने की वजह से वोटर इंफार्मेशन स्लीप नहीं लेने वाले वोटर की भी सूची बनाई जाएगी जो मतदान के दिन बूथ पर रहेगी. जिससे मृत व्यक्ति के नाम पर मतदान होने की शिकायत पर रोक लग सकेगी.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि अगर किसी कारण से मतदाता पहचान पत्र किसी वोटर का खो गया है या नहीं मिल रहा है तो घबराने की बात नहीं है. चुनाव आयोग के द्वारा निर्धारित 12 ऐसे पहचान पत्र जिसमें आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, किसी बैंक का पासबुक आदि शामिल है. इसमें से किसी एक को लेकर मतदान केंद्र पर जाने पर उन्हें वोटिंग का अधिकार मिलेगा.