जयपुर. प्रदेश में भाजपा की भजनलाल सरकार बनने के बाद भरतपुर में पहला धर्मांतरण का मामला सामने आया, जिसके बाद हिन्दू संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है. विश्व हिंदू परिषद ने भरतपुर के मामले को जबरन धर्मांतरण का मामला करार देते हुए प्रदेश की भजनलाल सरकार के सामने जबरन धर्मांतरण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई है. विश्व हिन्दू परिषद की मांग है कि निर्धन और जरूरतमंद लोगों को बहला–फुसलाकर धोखे से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, इस तरह के मामले पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
धर्मांतरण की गैंग सक्रिय : विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने कहा कि गत दिनों भरतपुर में निर्धन और जरूरतमंद लोगों को बहला–फुसलाकर धोखे से धर्म परिवर्तन कराने का प्रकरण सामने आया. इस प्रकार प्रलोभन, झूठ और इलाज का झांसा देकर निर्धन वर्ग, विशेषकर महिलाओं और नाबालिग किशोर-किशोरियों को निशाना बनाने, हिंदू देवी देवताओं के प्रति अभद्रता के साथ हिंदू कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट के प्रयास अत्यंत चिंताजनक है. उपाध्याय ने कहा कि इस प्रकरण से स्पष्ट है कि राज्य में बड़े पैमाने पर जबरन धर्मपरिवर्तन करवाने वाले गैंग सक्रिय है. जिस प्रकार विशेष समुदाय की ओर से बीमार और जरूरतमंद लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपनी आस्था और हिंदू धर्म त्यागने पर विवश किया जा रहा है वह अमानवीयता साथ ही आपराधिक कृत्य है.