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रुद्रप्रयाग में सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, क्रमिक अनशन कर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी - रुद्रप्रयाग न्यूज

Villagers protest in Rudraprayag रुद्रप्रयाग जिले के लुठियाग के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर आज से क्रमिक अनशन शुरू किया है. साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि जब, तक मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक ग्रामीणों ने आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 1, 2024, 9:47 PM IST

रुद्रप्रयाग: सड़क निर्माण की मांग को लेकर लुठियाग के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. जिसके तहत आज लुठियाग के ग्रामीण चिरबटिया पंचायत भवन में इकट्ठा हुए और मोटरमार्ग निर्माण की मांग को लेकर क्रमिक अनशन शुरू किया. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सड़क की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. पहले दिन आठ ग्रामीणों ने धरना दिया है.

18 वर्षों से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीण:ग्रामीणों ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से गांव को सड़क से जोड़ने की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे ग्रामीणों में गुस्सा है. उन्होंने कहा कि विधायक, डीएम और लोकनिर्माण विभाग को ज्ञापन के जरिए अपनी समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिससे आज उन्हें मजबूरन आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ा है.

संबंधित विभाग संयुक्त सर्वे की बात कहकर झाड़ रहा पल्ला:प्रधान दिनेश सिंह कैंतुरा ने बताया कि वर्ष 2005 से अब तक कई बार मोटरमार्ग निर्माण के लिए सर्वे हो चुका है, लेकिन आज तक संयुक्त रूप से लोनिवि, राजस्व एवं वन विभाग ने सर्वे नहीं किया है, जबकि शासन से मार्ग निर्माण को लेकर प्रथम चरण का धन लोकनिर्माण विभाग को आवंटित भी हो चुका है. लोकनिर्माण विभाग संयुक्त सर्वे की बात कहकर हर बार पल्ला झाड़ता है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में 450 परिवार निवास करते हैं, जिनकी आबादी 1600 के करीब है.

ग्रामीणों करेंगे अनिश्चितकालीन आमरण अनशन:प्रधान ने बताया कि सड़क सुविधा ना होने से स्वास्थ्य केन्द्र के लिए कई किमी पैदल चलना पड़ता है और बीमार होने पर बुजुर्ग एवं महिला को ले जाने में समस्या होती है. सबसे ज्यादा समस्या प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को ले जाने में होती हैं, क्योंकि उसे पालकी के सहारे किसी तरह स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जाता है. उन्होंने कहा कि यातायात के अभाव में गांव का चहुंमुखी विकास नहीं हो पा रहा है. ऐसे में एक से पांच फरवरी तक ग्रामीणों का क्रमिक अनशन जारी रहेगा. इसके बाद 6 को चिरबटिया में चक्काजाम किया जाएगा और सात फरवरी से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया जाएगा.

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