विदिशा।शहर में बेतवांचल इंडिया निधि लिमिटेड कंपनी हजारों मध्यमवर्गीय निवेशकों के करोड़ों रुपए लेकर चंपत हो गई. विदिशा और रायसेन जिले के गांव-गांव और मोहल्लों तक कंपनी के एजेंटों ने भोले-भाले रोज कमाकर खाने वाले वर्ग को ज्यादा मुनाफे का सपना दिखाया और खाते खोलकर रुपये जमा कराए. कंपनी के एजेंट ज्यादातर उन छोटे दुकानदारों को अपना निशाना बनाते थे, जो कम पढ़े लिखे हों, जिन्हें नियम कानून की ज्यादा जानकारी न हो. बताया जाता है कि कंपनी ने हजारों निवेशकों को 10 करोड़ से ज्यादा की रकम हड़प ली.
कंपनी के दफ्तर में ताला, सारे संचालक फरार
कंपनी के दफ्तर में ताला लगा है. जैसे ही निवेशकों को पता चला कि कंपनी के कर्ता-धर्ता फरार हो गए तो लोग दफ्तर, संचालक और एजेंटों के घर के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन सभी जगह ताला लगा हुआ है. इनके मोबाइल फोन भी बंद हैं. निराश लोगों का समूह विदिशा के सिविल लाइंस थाने और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और अपनी आपबीती सुनाई. इस मामले में विदिशा पुलिस अधीक्षक ने विशेष जांच दल बनाया है, जो सभी की शिकायतें दर्ज कर उनका पक्ष सुन रहा है.
चिटफंड कंपनी का एक संचालक पुलिस की गिरफ्त में
वहीं कंपनी का एक संचालक शुक्रवार अलसुबह दफ्तर को खोलकर अपना सामान निकालने और सबूत मिटाने की नियत से पहुंचा. लेकिन भनक लगते ही लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने उसे दबोच लिया ऑफिस सील कर दिया. ऑनलाइन कियोस्क चलाने वाले अनिकेत लोधी ने बताया "वह विदिशा एसपी को बेतवांचल प्राइवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी की शिकायत करने आए हैं. उनके 80 हजार रुपए लेकर भाग गई है. एजेंटों ने बताया कि कंपनी भाग गई. कंपनी में हजारों लोगों ने करोड़ों रुपए जमा करवा कर रखे हैं."