उत्तरकाशी: मोरी तहसील के आराकोट न्याय पंचायत के ग्रामीणों और खासकर सेब बागवानों के लिए गमरी-भुटाणू-मैंजणी-पावली-किरोली मोटरमार्ग पर जारी भूस्खलन मुसीबत बन गया है. आलम ये है कि सेब से भरा एक पिकअप वाहन मंडी जाते समय मलबे में धंसकर पलट गया. हादसे में वाहन चालक और एक अन्य व्यक्ति बाल-बाल बच गए, लेकिन लाखों रुपए का सेब बर्बाद हो गया है.
भूस्खलन और मलबा से किसान और ग्रामीण परेशान:मोरी ब्लॉक के बंगाण क्षेत्र में कारगिल शहीद दिनेश रावत के नाम से गमरी-मैंजणी-भुटाणू-पावली-किरोली 20 किलोमीटर मोटर मार्ग का निर्माण साल 2010 में लोनिवि ने किया था, लेकिन डेढ़ दशक बाद भी अभी तक सड़क का डामरीकरण न होने से जगह-जगह भूस्खलन और मलबा आने से काश्तकारों व ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भुटाणू, मैंजणी, किरोली और पावली के ग्रामीणों की आवाजाही के साथ ही हर साल 30-40 हजार सेब पेटी मंडियों तक पहुंचती हैं, लेकिन डामरीकरण न होने से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.