मुरैना। कूनो अभ्यारण्य से भागी मादा चीता वीरा ने 11 अप्रैल की शाम को फिर से एक बकरे का शिकार टिकटौली के जंगलों में किया है. रास्ते से गुजर रहे ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने मोबाइल से चीता का वीडियो बनाया. बताया जा रहा है कि वीरा चीता ने आसन नदी के जंगल में एक नीलगाय का भी शिकार किया था, और इससे पहले वीरा ने एक बकरा-बकरी का भी शिकार किया था. हालांकि, चीते को पकड़ने के लिए कूनो वन मंडल की ट्रैकिंग टीम के साथ मुरैना वन मंडल की टीम भी लगी हुई है. फिर भी चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है. चीते की सक्रियता से ग्रामीण भयभीत हैं. चीते के डर से न तो किसान अपनी फसल काटने खेतों पर जा रहे और न ही चरवाहे अपने मवेशी चराने के लिए जंगल की तरफ जा रहे हैं. उधर, डीएफओ ने चीते की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों से अपील की है.
बकरियों के झुंड पर किया था हमला
कूनो अभ्यारण्य की शान वीरा चीता दो सप्ताह पहले कूनो अभ्यारण्य की सीमा लांघकर मुरैना वन मंडल क्षेत्र में घुस आई थी. अधिकारियों का कहना है कि, कूनो अभ्यारण्य से निकलने के बाद वह पहाड़गढ़ और जौरा क्षेत्र में घुसते ही नरहेला गांव के पास आसन नदी के जंगल में बकरियों के झुंड पर हमला कर एक बकरी को अपना शिकार बना लिया था. यह देख चरवाहा उसके डर से भाग खड़ा हुआ था. इसके बाद उसने अंगूरी बाई नामक एक महिला के बकरे को अपना शिकार बनाया था. हालांकि वन विभाग की ट्रैकिंग टीम लगातार उसका पीछा कर पकड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है.
लगभग हर चार दिन में कर रही है शिकार
बताया जा रहा हैं की वीरा चीता को टिकटौली और पगारा का जंगल रास आ गया है. बीते 4 दिनों से वीरा यहीं है. 11 अप्रैल को वीरा ने ग्रामीण चरवाहे बदन सिंह कुशवाहा की बकरी पर हमला कर दबोच लिया था. चरवाहे भाग आए लेकिन वीरा लगभग 5 घंटे तक बकरे को लेकर झाड़ियों के पास बैठी रही. उसी दौरान बाइक से अपने गांव लज्जा राम का पुरा जा रहा ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने चलती बाइक से चीता का विडियो लेने का प्रयास किया, जिसमें वीरा बकरे को दबाकर बैठी हुई दिख रही है. वीरा की लोकेशन कऊआ खो, लज्जाराम का पुरा, बारा (बलालपुर), परसोटा में देखी गई है. इससे पहले वीरा ने 7 अप्रैल को नीलगाय और 3 अप्रैल को एक बकरा-बकरी का शिकार किया था. इस लिहाज से वीरा लगभग हर चार दिन में शिकार कर रही है. ऐसे में वीरा जल्दी ही किसी न किसी जंगली जानवर को अपना शिकार बना सकती है.