वाराणसी :प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास कार्यों में लापरवाही और भाजपा पार्षदों की अनदेखी को लेकर बैठक के दौरान खूब हंगामा हुआ. भाजपा पार्षदों ने नगर आयुक्त अक्षत वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए और आत्मदाह की चेतावनी भी दी. वहीं नगर आयुक्त ने जनहित के कार्यों में पूरा सहयोग करने का दावा किया और राजनीतिक पक्ष को लेकर जवाब देने से इनकार कर दिया. इसके अलावा महापौर अशोक तिवारी नगर निगम में मौजूद न होने की बात कहकर विवाद से किनारा कर लिया.
दरअसल वाराणसी में इस बार निकाय चुनाव में बीजेपी को मिनी सदन में पूर्ण बहुमत में मिला है. 100 वार्डों में से 65 से ज्यादा वार्ड में बीजेपी के पार्षद हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों का आरोप है कि उनकी बातें सुनी नहीं जा रही हैं. बारिश का मौसम आ गया है, लेकिन उनके वार्ड में कहीं भी सीवर और नाले की सफाई नहीं हुई है. जिसकी वजह से बारिश में दिक्कतें होना तय है. पार्षदों ने सचिव और अन्य अधिकारियों पर बात न सुनने और पार्षदों की बातों का नजर अंदाज करने का आरोप लगाया है.
पार्षदों का कहना था कि उनकी बात नहीं सुनने की वजह से उन्हें मोहल्ले में लोगों की गालियां सुननी पड़ रही हैं. लोग उन्हें मारने तक के लिए दौड़ पड़ते हैं. ऐसी स्थिति में काम करना मुश्किल हो रहा है. ऐसी स्थिति में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्य आगे कैसे बढ़ेंगे. इसी दौरान दालमंडी से पार्षद इंद्रेश सिंह ने अपने मोहल्ले में जल जमाव और सीवर की समस्या का निराकरण न होने पर कमरे में मौजूद जलकर के सचिव ओपी सिंह पर जमकर जुबानी हमला किया.