वाराणसी: जीवनदायिनी, मोक्षदायिनी मां गंगा अब सुकून नहीं बल्कि डरा रही है. यह डर इसलिए है, क्योंकि धर्मनगरी वाराणसी में दो दिनों के अंदर गंगा ने जिस रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की है, वह हर किसी को चौंकाने और डराने वाली है. गंगा घाटों की सीढियां पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है. मंदिर उसके आगोश में है. आसपास के तटीय इलाके भी गंगा ने अपनी आगोश में ले लिए है. गंगा का तेजी से हो रहे फैलाव से स्थानिय और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर भेजने पर मजबूर कर रहा है. लोगों में डर तो है ही, साथ ही साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटकों में मायूसी भी है. क्योंकि गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण एक घाट से दूसरे घाट तक पैदल जाने का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. गंगा में नौका संचालन बंद है. जिसके कारण पर्यटक मायूसी से लौट रहे हैं.
गंगा के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी, घाटों से संपर्क टूटा (video credit- Etv Bharat) 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर:वाराणसी में गंगा का जल स्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. तीन दिनों में गंगा के जलस्तर में लगभग तीन मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. गंगा के जो घाटों की लंबी श्रृंखला है, अब वह सिर्फ पानी ही पानी में दिखाई दे रही है. इस बार गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी धीमी हो रही थी. जिसकी वजह से लोग निश्चिंत थे. लेकिन, अचानक दो दिनों से गंगा के जलस्तर में जिस रफ्तार से बढ़ोतरी हुई है, उसने सभी को डरा दिया है. गंगा रातों-रात सीढ़ियां चढ़ती हुई ऊपर पहुंच गई हैं. गंगा किनारे रहने वाले लोग और घाटों पर जीवन यापन करने वाले पंडा समाज के लोगों को अचानक से सुरक्षित स्थान की तरफ भागना पड़ा है. इससे आरती करने की जगह में भी बदलाव किया गया है. गंगा के पानी में हो रही बढ़ोतरी का असर उसकी सहायक नदी वरुणा में भी देखने को मिल रहा है. वरुणा में बढ़ोतरी की वजह से तटीय इलाको, जिसमें सरिया, कोनिया, सराय मोहान, समेत अन्य कई इलाकों में भी पानी पहुंचने का डर सताने लगा है. जिसके कारण लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ जाने की तैयारी कर रहे हैं.
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प्रशासन अलर्ट मोड पर: गंगा की जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी की वजह से अब प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है. वाराणसी में लगभग अलग-अलग 6 से ज्यादा जगहों पर बाढ़ चौकिया का निर्माण किया गया है. वाराणसी के जिला अधिकारी एस राज लिंगम का कहना है, कि अलग-अलग जगह पर बाढ़ चौकियों के लिए एसडीएम स्तर के अधिकारियों को तैनात किया गया है. ग्रामीण इलाकों में शहरी इलाकों में गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की कवायत भी शुरू हो गई है.
10 घंटे के अंदर 16 सेंटीमीटर बड़ी: केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक वाराणसी में लगभग 10 घंटे के अंदर गंगा के जल स्तर में 16 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. यह जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. मंगलवार की शाम 4:00 तक गंगा का जलस्तर 63.88 मीटर दर्ज किया गया था. जो आज सुबह 8:00 बजे तक 64.02 मीटर पर पहुंच गया है. लगभग 24 घंटे में गंगा के जल स्तर में 30 सेंटीमीटर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.
तीन दिनों में गंगा का जलस्तर 3 मीटर के करीब बढ़ गया है और ऊपर पहुंच चुका है. इसके बाद में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क मोड में आ गया है. गंगा में छोटी नाव का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इसी स्तर से अगर पानी बढ़ता रहा, तो बड़ी नावों का संचालन भी बंद कर दिया जाएगा. गंगा के जलस्तर में पीछे से हो रही बढ़ोतरी की वजह से वाराणसी में तेजी से गंगा का पानी पड़ रहा है और घाट पूरी तरह से जलबांगन हो गए हैं. बड़ा नदी के किनारे भी सतर्कता बढ़ा दी गई है.
5 दिनों में कुछ ऐसे बढ़ा गंगा का पानी
27 जुलाई 61.55 मीटर
28 जुलाई 61.74 मीटर
29 जुलाई 62.60 मीटर
30 जुलाई 63.88 मीटर
31 जुलाई 64.02 मीटर
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