नई दिल्ली:दिल्ली महिला आयोग (DCW) की चेयरपर्सन रहीं स्वाति मालीवाल के राज्यसभा सदस्य चुने जाने बाद से इस पद पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं की जा सकी है. बिभव कुमार प्रकरण के बाद से डीसीडब्लू की नई चेयरपर्सन नियुक्ति का मामला खटाई में पड़ा है. आयोग की तीन सदस्यों में शामिल वंदना सिंह ने अपनी दो साथी सदस्यों फिरदोस और किरण नेगी को पत्र लिखकर उन पर आम आदमी पार्टी (AAP) प्रवक्ता के रूप में कार्य करने का गंभीर आरोप लगाया है.
वंदना ने अपने पत्र में डीसीडब्ल्यू की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल को लेकर गलत सूचना और राजनीतिक झूठ फैलाने के गंभीर आरोप भी दोनों मेंबर्स पर लगाए हैं. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मालीवाल के नेतृत्व में आयोग ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की थी. करीब 1.7 लाख से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया. आयोग को 181 महिला हेल्पलाइन के जरिए 41 लाख से अधिक कॉल प्राप्त हुईं थी.
वहीं, हजारों रेस्क्यू ऑपरेशन, अदालत की सुनवाई और परामर्श सत्र आयोजित किए गए. मालीवाल के भरसक और निष्पक्ष प्रयासों के कार्यकाल के बावजूद आयोग को अब दिल्ली सरकार से महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें नेतृत्व रिक्तियों, रोकी गई धनराशि और 181 महिला हेल्पलाइन का निलंबन शामिल है.
सिंह ने पिछले छह माह से 700 से अधिक काउंसलर्स, वकीलों और स्टाफ सदस्यों को वेतन नहीं मिलने पर चिंता जताई है और उनका मुद्दा उठाया है. इस ग्रुप में बलात्कार, एसिड हमलों और कैंसर से बचे लोग प्रमुख रूप से शामिल हैं, जिन्होंने बिना वेतन के लगातार काम करना जारी रखा हैं. उन्होंने उनके समर्पण और साहस की सराहना की. साथ ही उन दयनीय परिस्थितियों के बारे में चिंता व्यक्त की जिनके तहत उन्हें काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है.