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महाराष्ट्र To बिहार.. प्यार किसे कहते हैं करिश्मा-सौरभजीत से सीखिये, 20 रुपये लेकर घर से निकली.. - VALENTINE WEEK 2025

धमकी के बाद दृष्टिहीन करिश्मा महज 20 रुपये लेकर सौरभजीत के साथ भाग गई थी और शादी कर ली. पटना से कृष्णनंदन की रिपोर्ट

Bihar Blind Love Story
महाराष्ट्र की करिश्मा और बिहार के सौरभजीत की प्रेम कहानी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 12, 2025, 6:26 PM IST

पटना:वैलेंटाइन वीक चल रहा है. प्यार करने वालों की कई अनोखी दास्तां से आप रुबरु हो रहे हैं. ऐसे ही एक और मोहब्बत की अनोखी कहानी पटना से है, जहां के दृष्टिहीन दंपत्ति सौरभजीत और करिश्मा की लव स्टोरी आपके दिल को छू जाएगी. इनकी लव स्टोरी की सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र तक में खूब चर्चा हुई.

महाराष्ट्र की करिश्मा और बिहार के सौरभजीत की प्रेम कहानी:वर्तमान समय में सौरभजीत पटना के कमला नेहरू नगर में अपनी पत्नी करिश्मा और दो बच्चों के साथ रहते हैं. दोनों एक साथ काफी खुश हैं और दोनों एक दूसरे से बेहद प्रेम करते हैं. सौरभजीत ने बताया कि नेशनल एसोसिएशन का ब्लाइंड के हॉस्टल में वह साल 2010 में फिजियोथैरेपी का कोर्स सीखने मुंबई गए थे. यही करिश्मा भी कंप्यूटर कोर्स सीख रही थी.

"दोनों के हॉस्टल अलग-अलग थे लेकिन इंस्टीट्यूट एक ही था. ऐसे में साल 2011 में हाउस यूटेंसिल्स बनाने का कला सीखने का मुझे मौका मिला. इस दौरान करिश्मा भी मेरे साथ थी. हॉस्टल भी हमारा एक ही जगह हो गया था और प्रतिदिन बस में साथ आना-जाना होता था."-सौरभजीत

डेढ़ साल का प्यार और फिर शादी: दृष्टिबाधित दंपति सौरभजीत और करिश्मा से ईटीवी भारत ने बातचीत की. बातचीत के क्रम में सौरभजीत ने बताया कि साल 2011 में उन लोगों की मुलाकात हुई. मुलाकात दोस्ती में तब्दील हुई और फिर दोस्ती प्यार में तब्दील हुई. करिश्मा के घर वाले नहीं मान रहे थे तो वह उन्हें भगा लाए और कोर्ट में उन लोगों ने शादी कर ली. करिश्मा महाराष्ट्र से थी और वह बिहार से थे. उस समय महाराष्ट्र के लोग बिहारी को बहुत अच्छा नहीं मानते थे और बिहारी को मार कर भगा देते थे.

दृष्टिहीन सौरभजीत और करिश्मा के साथ उनका बेटा (ETV Bharat)

'घर वालों को बताया तो हुआ विरोध':करिश्मा ने बताया कि जब उन्होंने अपने घर वालों को बताया कि उनका एक दोस्त है और उनसे प्यार करती हैं और उसी से शादी करना चाहती हैं. इसके बाद घर वालों ने प्रताड़ित किया और उनका मोबाइल छीन लिया. घर वालों का कहना था कि लड़का बिहारी है और इस लड़के से शादी नहीं होगी.

20 रुपये लेकर घर से भागी करिश्मा:मां ने खूब डाटा की प्यार कर ली है. समाज में नाक कटवा देगी. एक दिन उनकी एक दोस्त का फोन आया और दोस्त ने बताया कि सौरभजीत सतारा बस स्टैंड में इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद उन्होंने महसूस किया कि घर में कोई नहीं है और मां ने कहा कि वह खेत में जा रही हैं. इसके बाद वह घर से ₹20 लेकर पीछे के रास्ते अकेले 30- 40 किलोमीटर दूर बस स्टैंड भाग कर आ गई. यहां सौरभजीत से मुलाकात हो गई और फिर उन लोगों ने शादी कर ली.

'ससुराल पक्ष से मिली जान से मारने की धमकी':सौरभजीत ने बताया कि जब वह करिश्मा की मां से शादी के लिए बात करने पहुंचे तो उधर से बहुत सारी धमकी मिली. करिश्मा के परिवार वालों ने धमकी दी कि अगर इसके नजदीक जाओगे तो सही बॉडी भी घर पर नहीं जाएगी. काट कर फेंक दिए जाओगे.

वार्निंग देकर घर से भगाया: इसके बाद करिश्मा से मोबाइल छीन लिया गया. इसी बीच एक दिन उन्होंने मोहब्बत की जुनून में कह दिया कि 10 दिन के अंदर आकर करिश्मा को भगा ले जाऊंगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद वह काफी मायूस रहने लगे लेकिन इंस्टीट्यूट में एक मैडम थी 'जिमी मैम'. उन्होंने कहा कि लड़की के माता-पिता अपनी जगह सही है और तुम सतारा मत जाना. लेकिन एक दिन उनकी उदासी देखकर कहा कि तुम जो करना चाहते हो करो, और प्यार करते हो तो पाने की कोशिश करो.

अकेले भागने के लिए पहुंच गए सतारा: सौरभजीत ने कहा कि इसके बाद उन्होंने मुंबई से अकेले सतारा जाने का निर्णय लिया. सुबह 4:00 बजे वह सतारा बस स्टैंड पहुंचे और उसके बाद उन्होंने एक लड़की दोस्त को फोन किया. लड़की दोस्त को इसलिए फोन किया क्योंकि कोई लड़की ही करिश्मा से बात कर सकती थी और उनका मैसेज पहुंचा सकती थी.

"दोस्त ने हॉस्टल की बुआ जी बन कर बात की. उसने करिश्मा को मैसेज दिया कि सौरभजीत सतारा बस स्टैंड में इंतजार कर रहा है और यदि आज वह नहीं जाती है तो दोबारा नहीं मिल पाएगी. इसके बाद अकेले घर से निकल गई. इनके साथ कोई सामान नहीं था, कोई कपड़ा नहीं था और उसके पास महज ₹20 थे."- सौरभजीत

दृष्टिहीन सौरभजीत (ETV Bharat)

मिलने पर खुश हुआ प्रेमी जोड़ा:सौरभजीत ने कहा कि शाम 4:00 बजे करीब करिश्मा उनसे बस स्टैंड में मिली और तब तक वह भूखे प्यासे सिर्फ करिश्मा के इंतजार में सुबह से बैठे थे. मिलते ही उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. लेकिन इसके बाद चुनौती हुई कि मुंबई कैसे पहुंचा जाए. आए थे ट्रेन से तो यह था कि पुणे अथवा मुंबई ट्रेन से जाते हैं तो करिश्मा के परिवार वाले उन्हें ढूंढ लेंगे.

बस में हुई थी छेड़खानी: उन्होंने पुणे तक रोड ट्रांसपोर्ट के बस से जाने का निर्णय लिया और इस दौरान बस में कई असामाजिक तत्वों ने छेड़खानी की. सब अंधा अंधी कहकर मजाक उड़ा रहे थे और कह रहे थे कि मेरे सेट पर आ जाओ. करिश्मा डर गई और रोने लगी, लेकिन उन्होंने हिम्मत से काम लिया और खड़ा होकर ऊंची आवाज में डाटा. उनके दिमाग में निर्भया घटनाक्रम चलने लगा था.

कोर्ट मैरिज कर प्यार को मिला रिश्ता: सौरभजीत ने बताया कि पहले ही करिश्मा का आईडी प्रूफ मंगवाकर अपने पास रख लिए थे, ताकि शादी करें तो उनके पास साक्ष्य रहे की करिश्मा बालिग है. अगले दिन उन दोनों ने कोर्ट में जाकर कोर्ट मैरिज किया और वकील को करिश्मा ने लिखित में दिया कि वह अपनी मर्जी से सौरभजीत के साथ भाग कर आई हैं.

'शादी के बाद घरवालों ने दी धमकी':करिश्मा ने बताया की शादी करने के बाद यानी घर से भागने के 2 दिन बाद उन्होंने अपनी मां को फोन कर बता दिया कि उन्होंने शादी कर ली है और दोनों काफी खुश हैं. इसके बाद उनके एक जीजा जो मुंबई में रहते थे उन्होंने खूब गंदी गालियां दी और धमकी दी. उन्होंने कहा कि ढूंढ कर पिटाई करेंगे और बहुत मारेंगे.

"लेकिन उन लोगों ने बता दिया कि शादी करने के बाद अब गोवा जा रहे हैं जबकि हम लोग गोवा नहीं गए और मुंबई में अपना स्थान बदल लिए. इसके बाद 2 साल तक हमलोग मुंबई में रहे और फिर बिहार आ गए. अभी के समय घर वालों से बातचीत अच्छी है और आना-जाना होता है. मेरे घरवालों को भरोसा हो गया है कि सौरभजीत अच्छे व्यक्ति हैं."- करिश्मा

दृष्टिहीन करिश्मा (ETV Bharat)

कई हुनर जानते हैं सौरभजीत:सौरभजीत ने बताया कि उन्होंने फिनाइल बनाने का काम सीखा है इसके अलावा डाटा एंट्री भी करना जानते हैं. इन सब के अलावा फिजियोथेरेपी का भी कोर्स किया है और कई दिनों तक फिजियोथेरेपी का मुंबई में काम भी किया है. वह बहुत सारे कोर्स किए हुए हैं और गाना भी गाते हैं.

सौरभजीत की एक बेटे को हो गया है दृष्टि दोष: सौरभजीत ने बताया कि उनके दो बेटे हैं लेकिन दुर्भाग्य वर्ष एक बेटे की आंख में चोट लगने के बाद उसके आंखों की रोशनी खत्म हो गई है. इलाज के लिए ₹200000 चाहिए और यह पैसे उनके पास नहीं है. उन्होंने कहा कि वह लोग परिवार में काफी खुश है लेकिन इस बात का बहुत मलाल रहता है क्योंकि उन लोगों के सामने उनका बेटा उनके जैसी जीवन जीने को विवश हो रहा है और वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं.

सौरभजीत को सरकारी योजनाओं का इंतजार:उन्होंने बताया कि पार्टी फंक्शन और अन्य कार्यक्रम में गीत गाने का उन्हें मौका मिलता है और कभी 500 तो कभी ₹2000 दिन के मिल जाते हैं. उन्होंने बताया कि वह काफी गरीब हैं लेकिन उनका राशन कार्ड नहीं है. परिवार में एक व्यक्ति का राशन कार्ड है और किसी का भी आयुष्मान कार्ड नहीं है.

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