पटना:वैलेंटाइन वीक चल रहा है. प्यार करने वालों की कई अनोखी दास्तां से आप रुबरु हो रहे हैं. ऐसे ही एक और मोहब्बत की अनोखी कहानी पटना से है, जहां के दृष्टिहीन दंपत्ति सौरभजीत और करिश्मा की लव स्टोरी आपके दिल को छू जाएगी. इनकी लव स्टोरी की सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र तक में खूब चर्चा हुई.
महाराष्ट्र की करिश्मा और बिहार के सौरभजीत की प्रेम कहानी:वर्तमान समय में सौरभजीत पटना के कमला नेहरू नगर में अपनी पत्नी करिश्मा और दो बच्चों के साथ रहते हैं. दोनों एक साथ काफी खुश हैं और दोनों एक दूसरे से बेहद प्रेम करते हैं. सौरभजीत ने बताया कि नेशनल एसोसिएशन का ब्लाइंड के हॉस्टल में वह साल 2010 में फिजियोथैरेपी का कोर्स सीखने मुंबई गए थे. यही करिश्मा भी कंप्यूटर कोर्स सीख रही थी.
"दोनों के हॉस्टल अलग-अलग थे लेकिन इंस्टीट्यूट एक ही था. ऐसे में साल 2011 में हाउस यूटेंसिल्स बनाने का कला सीखने का मुझे मौका मिला. इस दौरान करिश्मा भी मेरे साथ थी. हॉस्टल भी हमारा एक ही जगह हो गया था और प्रतिदिन बस में साथ आना-जाना होता था."-सौरभजीत
डेढ़ साल का प्यार और फिर शादी: दृष्टिबाधित दंपति सौरभजीत और करिश्मा से ईटीवी भारत ने बातचीत की. बातचीत के क्रम में सौरभजीत ने बताया कि साल 2011 में उन लोगों की मुलाकात हुई. मुलाकात दोस्ती में तब्दील हुई और फिर दोस्ती प्यार में तब्दील हुई. करिश्मा के घर वाले नहीं मान रहे थे तो वह उन्हें भगा लाए और कोर्ट में उन लोगों ने शादी कर ली. करिश्मा महाराष्ट्र से थी और वह बिहार से थे. उस समय महाराष्ट्र के लोग बिहारी को बहुत अच्छा नहीं मानते थे और बिहारी को मार कर भगा देते थे.
'घर वालों को बताया तो हुआ विरोध':करिश्मा ने बताया कि जब उन्होंने अपने घर वालों को बताया कि उनका एक दोस्त है और उनसे प्यार करती हैं और उसी से शादी करना चाहती हैं. इसके बाद घर वालों ने प्रताड़ित किया और उनका मोबाइल छीन लिया. घर वालों का कहना था कि लड़का बिहारी है और इस लड़के से शादी नहीं होगी.
20 रुपये लेकर घर से भागी करिश्मा:मां ने खूब डाटा की प्यार कर ली है. समाज में नाक कटवा देगी. एक दिन उनकी एक दोस्त का फोन आया और दोस्त ने बताया कि सौरभजीत सतारा बस स्टैंड में इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद उन्होंने महसूस किया कि घर में कोई नहीं है और मां ने कहा कि वह खेत में जा रही हैं. इसके बाद वह घर से ₹20 लेकर पीछे के रास्ते अकेले 30- 40 किलोमीटर दूर बस स्टैंड भाग कर आ गई. यहां सौरभजीत से मुलाकात हो गई और फिर उन लोगों ने शादी कर ली.
'ससुराल पक्ष से मिली जान से मारने की धमकी':सौरभजीत ने बताया कि जब वह करिश्मा की मां से शादी के लिए बात करने पहुंचे तो उधर से बहुत सारी धमकी मिली. करिश्मा के परिवार वालों ने धमकी दी कि अगर इसके नजदीक जाओगे तो सही बॉडी भी घर पर नहीं जाएगी. काट कर फेंक दिए जाओगे.
वार्निंग देकर घर से भगाया: इसके बाद करिश्मा से मोबाइल छीन लिया गया. इसी बीच एक दिन उन्होंने मोहब्बत की जुनून में कह दिया कि 10 दिन के अंदर आकर करिश्मा को भगा ले जाऊंगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद वह काफी मायूस रहने लगे लेकिन इंस्टीट्यूट में एक मैडम थी 'जिमी मैम'. उन्होंने कहा कि लड़की के माता-पिता अपनी जगह सही है और तुम सतारा मत जाना. लेकिन एक दिन उनकी उदासी देखकर कहा कि तुम जो करना चाहते हो करो, और प्यार करते हो तो पाने की कोशिश करो.
अकेले भागने के लिए पहुंच गए सतारा: सौरभजीत ने कहा कि इसके बाद उन्होंने मुंबई से अकेले सतारा जाने का निर्णय लिया. सुबह 4:00 बजे वह सतारा बस स्टैंड पहुंचे और उसके बाद उन्होंने एक लड़की दोस्त को फोन किया. लड़की दोस्त को इसलिए फोन किया क्योंकि कोई लड़की ही करिश्मा से बात कर सकती थी और उनका मैसेज पहुंचा सकती थी.
"दोस्त ने हॉस्टल की बुआ जी बन कर बात की. उसने करिश्मा को मैसेज दिया कि सौरभजीत सतारा बस स्टैंड में इंतजार कर रहा है और यदि आज वह नहीं जाती है तो दोबारा नहीं मिल पाएगी. इसके बाद अकेले घर से निकल गई. इनके साथ कोई सामान नहीं था, कोई कपड़ा नहीं था और उसके पास महज ₹20 थे."- सौरभजीत