पटना : राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी बिहार विधानसभा के चुनाव में बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गई है. रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. दो दिवसीय पार्टी के पदाधिकारी की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
''हमारी पार्टी हर बूथ पर संगठन खड़ा करेगी और बीएलओ नियुक्त करेगी. आगामी अप्रैल माह तक राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ता सम्मेलन करेगी.''- पशुपति कुमार पारस, राष्ट्रीय अध्यक्ष, रालोजपा
![Pashupati Kumar Paras](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/bh-pat-01-rljp-ka-243-seat-per-chunav-ladne-ka-faisla_12022025190756_1202f_1739367476_473.jpg)
243 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी : मंगलवार को जिलाध्यक्षों एवं राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पशुपति कुमार पारस ने बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पटना में दलित सेना मनाएगी. जिसमें पूरे बिहार से दलित सेना के कार्यकर्ता इकट्ठा होंगे. बिहार में दलित उत्पीड़न, चौकीदार दफादार का शोषण तथा पासी समाज के पुश्तैनी व्यवसाय ताड़ी उत्पादन एवं बिक्री का अधिकार दिलाने के लिए पार्टी संघर्ष करेगी.
नेताओं को घर पर पार्टी का झंडा लगाना अनिवार्य : बैठक में प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने पार्टी के सभी पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्षों को यह आदेश दिया कि वह अपने आवास पर पार्टी का झंडा और नेम प्लेट अनिवार्य रूप से लगाएं. इसके अलावे कल की बैठक में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को यह विश्वास दिलाया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के मजबूत साथियों को विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाएगी.
![Pashupati Kumar Paras](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/bh-pat-01-rljp-ka-243-seat-per-chunav-ladne-ka-faisla_12022025190756_1202f_1739367476_532.jpg)
NDA से किनारा : 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी एनडीए गठबंधन में शामिल थी और पशुपति कुमार पारस नरेंद्र मोदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे. लेकिन लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को बिहार में एक भी सीट चुनाव लड़ने के लिए नहीं दिया गया. लोकसभा चुनाव तक पशुपति कुमार पारस अपने आपको एनडीए का हिस्सा बता रहे थे.
चिराग पासवान के एनडीए में शामिल होने के बाद धीरे-धीरे एनडीए के साथ पशुपति कुमार पारस की दूरी बढ़ती गई. पाशुपति कुमार पारस की पार्टी को एनडीए के किसी भी बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया. इसके बाद से ही एनडीए के साथ उनकी दूरी बढ़ने लगी थी.
लालू प्रसाद से मुलाकात : मकर संक्रांति के अवसर पर बिहार में चूड़ा दही भोज के आयोजन की परंपरा रही है. पशुपति पारस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चूड़ा दही भोज का निमंत्रण दिया गया. पशुपति पारस के आवास पर इस भोज में शामिल होने के लिए लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ पहुंचे थे. उसके बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि पशुपति कुमार पारस की पार्टी की महागठबंधन में एंट्री हो सकती है. खुद पशुपति कुमार पारस ने भी कहा था कि विधानसभा चुनाव के समय किसके साथ चुनाव लड़ना है, वह उस समय फैसला लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें :-
लालू यादव के भोज में पीछे के गेट से पहुंचे पशुपति पारस, तेजस्वी बोले-'अब खेला नहीं होगा'
एनडीए से नाराज पशुपति पारस के आवास पर पहुंचे लालू, ईटीवी भारत के सवाल पर बोल दी बड़ी बात