विकासनगर: उत्तराखंड के देहरादून जिले के जौनसार बावर क्षेत्र में दसऊ गांव में चालदा महासू देवता मंदिर में पशगांव खत पट्टी के करीब 15 गांवों के लोगों ने गुरुवार 31 अक्टूबर को अपनी पारंपरिक दीपावली बड़ी धूमधाम से मनाई. इस दौरान 15 गांवों के ग्रामीणों ने छत्रधारी चालदा महासू देवता मंदिर में मशालें जलाकर दीपावली का आगाज किया.
माना जाता है कि जिस क्षेत्र में छत्रधारी चालदा महासू महाराज प्रवास पर रहते हैं, उस क्षेत्र की खत पट्टी में देश-दुनिया के साथ मनाई जाने वाली दीवाली मनाने की परंपरा है. छत्रधारी चालदा महासू महाराज 1 मई 2023 में समाल्टा से दसऊ पशगांव खत पट्टी के नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हुए थे. देवता की इस बार दूसरी दीवाली मनाई जा रही है.
देवता की प्रवास यात्रा समाप्त होने पर इस क्षेत्र के ग्रामीण भी फिर से पुरानी बूढ़ी दीवाली मनाएंगे. जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र में कई खत पट्टियों में भी नई दीवाली मनाई गई है, जबकि अन्य क्षेत्रों में ठीक एक माह बाद पर्वतीय बूढी दीवाली मनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है.