उत्तराखंड: आज दीपावली है. पूरे देश में प्रकाश के महापर्व की धूम है. घरों की सजावट हो चुकी है. लोगों ने मिठाइयां और पटाखे खरीद लिए हैं. मंदिरों की सजावट हुई है. बदरीनाथ धाम को 8 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. केदारनाथ मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. हर तरफ दीपावली की खुशियां हैं.
दो दिन दीपावली: इस बार दो दिन दीपावली मनाने को लेकर लोगों में तोड़ा कंफ्यूजन रहा. हालांकि उत्तराखंड सरकार ने 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को अवकाश घोषित करके जो जिस दिन चाहे दीवाली मना सके ये व्यवस्था कर दी है. जो लोग काशी के पंचांग को मान रहे हैं, वो आज दीपावली मना रहे हैं. उत्तराखंड में ज्यादातर जगहों पर 1 नवंबर को दीपावली मनाने की तैयारी है.
डॉ बधाणी ने बताया शुभ मुहूर्त: अगर दीपावली के शुभ मुहूर्त की बात करें तो ईटीवी भारत ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि में संस्कृत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर से खास बातचीत की. डॉक्टर बालकृष्ण बधाणी ने लोगों के इस कंफ्यूजन को दूर किया.
ये है अमावस्या काल खंड: डॉ बालकृष्ण बधाणी ने बताया कि इस बार कार्तिक अमावस्या 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों ही दिन पड़ रही है. इसका मुहूर्त 31 अक्टूबर सायं 3 बजे से शुरू होगा और 1 नवंबर सायं 6 बजकर 17 मिनट तक अमावस्या का काल खंड रहेगा.
काशी के पंचांग से दीपावली: सहायक आचार्य डॉ बधाणी ने कहा कि दीपावली रात्रि का त्योहार है. ऐसे में 31 अक्टूबर को ही दीपावली मनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हालांकि दोनों दिन ही दीपावली का मुहूर्त है. इसके बावजूद शास्त्र अमावस्या का काल खंड रात्रि के समय को ही मानते हैं. वो जो भी गणना कर रहे हैं, वो काशी के हृषिकेश पंचांग के आधार पर कर रहे हैं.
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त: लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त: डॉक्टर बालकृष्ण बधाणी के अनुसार लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त आज 31 अक्टूबर को सायं 5 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगा. ये शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं. डॉ बधाणी ने बताया कि 31 अक्टूबर को दीपदान करने का शुभ मुहूर्त है.
8 क्विंटल फूलों से सजा बदरीनाथ धाम: बदरीनाथ धाम में हालांकि दीपावली 1 नवंबर को मनाई जाएगी. लेकिन श्री हरि के धाम को 8 क्विंटल फूलों से सजा दिया गया है. बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बताया कि पंचांग व धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार दीपावली एक नवंबर को मनाई जाएगी. अमावस्या पर उपासना करने वालों के लिए 31 अक्टूबर की मध्य रात्रि सही रहेगी.
10 क्विंटल फूलों से सजा केदारनाथ धाम: केदारनाथ धाम को भी दीपावली के लिए सजा दिया गया है. 10 क्विंटल फूलों से सजा केदारनाथ धाम बहुत ही भव्य और आकर्षक लग रहा है. दीपावली के बाद 3 नवंबर को धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद भी हो रहे हैं.
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