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उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में शीत लहर, कोई भी खुले में सोने को ना हो मजबूर, हर जिले को ₹10 लाख आवंटित

आपदा प्रबंधन विभाग ने बस और रेलवे स्टेशनों पर अलाव की व्यवस्था करने को कहा, रैन बसेरों में जरूरतमंदों को मिलें कमरे

WINTER SEASON 2024
ठंड से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी (PHOTO- ETV BHARAT)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 4 hours ago

Updated : 18 minutes ago

देहरादून (धीरज सजवाण): उत्तराखंड के मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय जिलों तक में तापमान पिछले 2 दिनों में तेजी से गिरा है. तापमान मैदानी इलाकों में भी रात को दहाई के आंकड़े से लुढ़कने लगा है. ऐसे में जहां पूरा राज्य शीत लहर की चपेट में है, तो वहीं ठंड से आमजन को समस्या न हो, उसको लेकर आपदा प्रबंधन ने भी कमर कस ली है.

पहाड़ से मैदान तक कड़ाके की ठंड: हिमालयी राज्य उत्तराखंड में अब शरद ऋतु अपना असर दिखाने लगी है. उत्तराखंड के पर्वतीय जिले ही नहीं बल्कि मैदानी इलाके भी अब कड़ाके की ठंड की चपेट में आ चुके हैं. देहरादून, हल्द्वानी जैसे महानगरों में भी रात को तापमान दहाई के आंकड़े से नीचे पहुंच रहा है. उत्तराखंड में पिछले दो दिनों में तापमान बहुत तेजी से नीचे गिरा है, जिसके चलते अब प्रदेश में शीत लहर चलनी शुरूहो गई है. तेजी से गिर रहे तापमान को देखते हुए उत्तराखंड आपदा प्रबंधन ने शीत लहर को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है.

उत्तराखंड में शीत लहर से निपटने के इंतजाम (VIDEO- ETV Bharat)

आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी: आपदा प्रबंधन के सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि विभाग की यह कोशिश है कि कोई भी व्यक्ति कड़ाके की ठंड के स्थान में खुले में ना सोए. उसके लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर लोगों की आवाजाही ज्यादा है, वहां पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही जो लोग खुले में सोने के लिए मजबूर हैं, उनके लिए रैन बसेरों के इंतजाम किए गए हैं.

उत्तराखंड में जोरदार बर्फबारी हुई है (PHOTO- ETV BHARAT)

शीत लहर से निपटने के लिए सभी जिलों को 10 लाख रुपए:सचिव आपदा प्रबंधन विभाग विनोद कुमार सुमन ने ईटीवी भारत से कहा कि सभी 13 जनपदों के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ शीत लहर से निपटने की तैयारियों के संबंध में बैठक की. उन्होंने कहा कि सभी जनपदों के अफसर यह सुनिश्चित कर लें कि रैन बसेरों की संख्या पर्याप्त है. यदि जरूरत महसूस हो, तो इनकी संख्या को बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में साफ सफाई के साथ ही आवश्यक वस्तुओं जैसे हीटर, पानी गर्म करने की रॉड, पर्याप्त संख्या में बिस्तर तथा कंबल आदि की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए.

बर्फबारी के बाद तापमान बहुत गिर गया है (PHOTO- ETV BHARAT)

यात्रा स्टेशनों पर विशेष इंतजाम: विनोद सुमन ने कहा कि सभी शहरों के महत्वपूर्ण चौक चौराहों, बस तथा रेलवे स्टेशनों समेत अन्य स्थानों पर जहां रात को लोग रुकते हैं, वहां अलाव की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. जनपदों के संबंधित विभागों को शीत लहर से निपटने के लिए 10-10 लाख रुपये की धनराशि जारी कर दी गई है. जनहित में इस धनराशि का उपयोग बेहतर ढंग से किया जाए, ताकि लोगों को ठंड के मौसम में राहत मिल सके.

उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है (PHOTO- ETV BHARAT)

बर्फबारी वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश:ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सचिव आपदा प्रबंधन ने कहा कि जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों तथा संस्थाओं को सीएसआर मद (Corporate social responsibility) से सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के साथ ही आम लोगों को भी प्रोत्साहित किया जाए कि वह जरूरतमंद लोगों के लिए गर्म कपड़े, कंबल तथा भोजन सामग्री इत्यादि दान करें. बर्फबारी वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने और वहां योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश शासन स्तर से दिए गए हैं.

ठंड ने अलाव तापने को मजबूर कर दिया है (PHOTO- ETV BHARAT)

दुर्गम स्थानों के लिए राशन का स्टॉक: सचिव आपदा प्रबंधन ने कहा कि बर्फबारी के कारण जिन स्थानों में राशन पहुंचाना मुश्किल हो जाता है, वहां अगले दो से तीन माह का राशन स्टॉक कर लिया जाए. उन्होंने बर्फबारी के कारण अवरुद्ध होने वाले मार्गों को खोलने के लिए सभी उपकरण जैसे जेसीबी मशीन, पोकलैंड मशीन, स्नो कटर मशीन तथा बर्फ में फंसे वाहनों को निकालने के लिए चेन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा. सुमन ने कहा कि पहाड़ों में पाले के कारण सड़कें बेहद खतरनाक हो जाती हैं, ऐसे में सड़क हादसों को रोकने के लिए पालाग्रस्त क्षेत्रों में सड़कों पर चूने तथा नमक का छिड़काव किया जाए. साइन बोर्ड लगाकर लोगों को संभावित खतरे के प्रति सचेत किया जाए.

आपदा प्रबंधन विभाग ठंड से निपटने के इंतजाम कर रहा है (PHOTO- ETV BHARAT)

शीतकालीन यात्रा बन सकती है बड़ी चुनौती:उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि इस बार सरकार द्वारा शीतकालीन यात्रा की घोषणा की गई है. लिहाजा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी यात्रा रूटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने कहा कि शीतकालीन यात्रा के दौरान यात्रा रूटों पर कई जगहों पर बर्फबारी की वजह से मार्ग बाधित हो सकते हैं. इसके लिए जेसीबी इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है. सभी यात्रा स्टॉप में विशेष तौर से ध्यान देने के निर्देश संबंधित जिलाधिकारियों को दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा में किसी भी तरह का व्यवधान न हो, इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. सभी जगह पर टीम भी तैनात की गई हैं.

आज बुधवार को उत्तराखंड के प्रमुख 4 शहरों का तापमान

शहरतापमान

देहरादून अधिकतम 21° और न्यूनतम 8°

हरिद्वार अधिकतम 19° और न्यूनतम 7°

रुद्रपुर अधिकतम 21° और न्यूनतम 5°

हल्द्वानी अधिकतम 21° और न्यूनतम 8°

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