हल्द्वानी: उत्तराखंड को दुग्ध क्रांति के क्षेत्र से जोड़ने के लिए उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन द्वारा दुग्ध उत्पादकों के लिए कई तरह की योजना चलाई जा रही हैं. उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के तहत संचालित होने वाले प्रदेश के दुग्ध संघ प्लांटों को आधुनिक बनाने के साथ-साथ दुग्ध संघ से जुड़े पशुपालकों की आर्थिकी को मजबूत करने की कवायद तेज हो गई है. इसके लिए नाबार्ड के तहत 25 करोड़ रुपए जारी हुए हैं. जिसके तहत प्रदेश के आंचल दुग्ध फैक्ट्री को आधुनिक बनाने के साथ-साथ पशुपालकों को योजना का लाभ मिलेगा. साथ ही पशुपालकों के लिए भूसे का गोदाम और दूध कक्ष का निर्माण भी कराया जाएगा.
उत्तराखंड दुग्ध संघ के प्लांटों की बदलेगी तस्वीर, 25 करोड़ रुपए से बनाए जाएंगे आधुनिक - Uttarakhand Aanchal Milk
Uttarakhand Aanchal Milk उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन दुग्ध संघ के प्लांटों को आधुनिक बनाने की तैयारी में है. साथ ही पशुपालकों को बेहतर सुविधा देने और आर्थिकी मजबूत करने की दिशा में कार्य करने जा रहा है. जिसके लिए नाबार्ड से 25 करोड़ रुपए जारी हुए हैं.
![उत्तराखंड दुग्ध संघ के प्लांटों की बदलेगी तस्वीर, 25 करोड़ रुपए से बनाए जाएंगे आधुनिक Etv Bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/28-01-2024/1200-675-20609529-thumbnail-16x9-pic.jpg)
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jan 28, 2024, 10:59 AM IST
प्रबंध निदेशक उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन जयदीप अरोड़ा ने बताया कि नाबार्ड योजना के तहत प्रदेश की गुग्ध फैक्ट्रियों को आधुनिक बनाने की कार्य योजना शुरू कर दी गई है. जिसके तहत केंद्र सरकार से 25 करोड़ रुपए जारी हुए हैं. योजना के तहत अल्मोड़ा जिले में दुग्ध प्लांट को आधुनिक बनाए जाने की कार्य योजना चल रही है. जिसके तहत दुग्धशाला का निर्माण होना है. इसके अलावा नैनीताल जनपद में पशुपालकों के लिए भूसे का गोदाम और दूध कक्ष का निर्माण होना है.जबकि रुद्रपुर में पशु आहार निर्माणशाला को बेहतर बनाते हुए उसमें कार्य कुशल संयंत्र को स्थापित किया जाएगा.
पढ़ें-उत्तराखंड दुग्ध संघों में समितियों के चुनाव का ऐलान, इस दिन होंगे परिणाम घोषित
जहां साइलेज, भूसा और मिनरल मिक्सर निर्माण की इकाई की क्षमता को बढ़ाया जाएगा. इसके अलावा उधमसिंह नगर में भी भूसे का गोदाम और दुग्ध कक्ष निर्माण की कार्य योजना पर कार्य चल रहा है. उन्होंने बताया कि डेयरी फेडरेशन से जुड़े दुग्ध फैक्ट्रियों को और आधुनिक बनाया जाएगा. जिससे दुग्ध के साथ-साथ अन्य उत्पादन तैयार किया जा सके.