देहरादूनःउत्तराखंड कांग्रेस ने दिल्ली के केदारनाथ मंदिर निर्माण, केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी जैसे कई मामलों को लेकर 24 जुलाई से केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा की शुरुआत हरिद्वार में गंगा पूजन के साथ की थी. पैदल यात्रा का समापन गढ़वाल भ्रमण करते हुए केदारनाथ मंदिर में होना था. लेकिन 31 जुलाई को केदारघाटी में आई आपदा के कारण यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया था. हालांकि अब कांग्रेस रोकी गई केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को फिर शुरू करने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यह जानकारी दी है.
धस्माना ने बताया कि केदारघाटी में आई आपदा की वजह से कांग्रेस ने अपनी आगे की यात्रा स्थगित कर दी थी. लेकिन जैसे ही स्थितियां सामान्य होंगी और सरकार केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होने की घोषणा कर देगी, उसी दिन कांग्रेस भी अपनी पैदल यात्रा की तिथियों की घोषणा कर देगी.
सरकार बैकफुट पर: कांग्रेस की तरफ से धस्माना ने दावा किया कि यात्रा और जनता के दबाव की वजह से प्रदेश सरकार दिल्ली में बनाए जा रहे केदारनाथ मंदिर निर्माण के मामले पर बैक फुट पर आई है. उन्होंने कहा कि तथाकथित केदारनाथ मंदिर ट्रस्ट बनाकर बाकायदा शिलान्यास करके यह घोषणा की गई कि बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर बनेगा. लेकिन सबसे अफसोजनक बात यह रही कि मुख्यमंत्री खुद एक शिला लेकर जाते हैं और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होते हैं. इसके बाद मंदिर ट्रस्ट के नाम से चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया गया.