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यूपी में 2 साल से फंसी हैं 21 हजार नौकरियां; पहले फार्म भरवाए गए, पर आज तक नहीं हुई भर्ती परीक्षा - Job in UP

आयोग दो-तीन साल से 21543 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया है. इन पदों पर आवेदन तो ले लिए गए लेकिन परीक्षा अभी तक नहीं हो पाई है. कब होगी ये भी अभी तय नहीं है. इसको लेकर विभिन्न विभागों में आई नियुक्तियों में आवेदन करने वाले लगातार आयोग के मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

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यूपी में 2 साल से फंसी हैं 21 हजार नौकरियां. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 1, 2024, 2:32 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) एक साल से 40000 से अधिक पदों पर भर्ती करने का दावा कर रहा है. इसमें ज्यादातर नियुक्ति उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों में होनी है. आयोग से 40000 पदों पर भर्ती 6 माह में करने की बात कही जा रही है.

आयोग दो-तीन साल से 21543 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया है. इन पदों पर आवेदन तो ले लिए गए लेकिन परीक्षा अभी तक नहीं हो पाई है. कब होगी ये भी अभी तय नहीं है. इसको लेकर विभिन्न विभागों में आई नियुक्तियों में आवेदन करने वाले लगातार आयोग के मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

भर्तियों के लिए आवेदन करने वालों का कहना है कि ऐसी घोषणा दो तीन माह में की जा रही है. लेकिन, अब तक भर्ती नहीं निकली है. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से वन दारोगा, कंबाइंड टेक्निकल असिस्टेंट, मुख्य सेविका, आईटीआई अनुदेशक सहित कई पुरानी भर्तियों के इंटरव्यू अभी तक नहीं हो पाए हैं. इसकी मांग लगातार अभ्यर्थी कर रहे हैं. वहीं मुख्य सेविका भर्ती होने वाली लड़कियां और छात्रों ने मुख्यमंत्री दरबार तक इसकी गुहार लगाई है.

आयोग ने प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए मुख्य सेविका की पूर्व में भर्ती निकाली थी. बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत मुख्य सेविकाओं की भर्ती की जाती. इस पद के लिए अगस्त 2022 में आवेदन लिए गए थे. कुल 2693 पदों के लिए करीब 35000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इस वर्ष सितंबर में इसकी परीक्षा कराई गई थी. लेकिन मामला कोर्ट में चला गया.

भर्ती प्रक्रिया के बीच में ही बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में संविदा पर कार्यरत 126 मुख्य सेविकाओं ने खुद को नियमित करने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है जहां से उनको स्टे मिल गया है. अब इस मामले में 35000 से अधिक अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है.

यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना ने बताया कि पुरानी भर्ती परीक्षाओं में से कुछ के चयनित अभ्यर्थियों के आगे की परीक्षा के लिए कट ऑफ जारी की गई है. हम अभ्यर्थियों के भविष्य और को लेकर उनकी जो भी चिंताएं हैं उनसे हम अवगत है. परीक्षाएं जल्द करने के लिए आयोग द्वारा युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहे हैं. कुछ मामले कोर्ट में हैं. शीघ्र ही उन्हें कोर्ट से निस्तारण कराकर परीक्षाओं को आयोजित कराया जाएगा.

प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2022 के अंतर्गत चल रही भर्ती प्रक्रिया

  • ग्राम पंचायत अधिकारी- 1468 पद
  • एक्स-रे टेक्निशियन- 382 पद
  • डेंटिस्ट हाइजीनिस्ट- 282 पद
  • प्रवर्तन कांस्टेबल- 477 पद
  • लेखा परीक्षा- 530 पद
  • जूनियर असिस्टेंट- 5512 पद
  • स्टेनोग्राफर- 333 पद
  • वनरक्षक- 709 पद
  • मानचित्रकर 283 पद
  • टोटल 10139 पद 2022 के लंबित है

प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2023 के अंतर्गत चल रही भर्ती प्रक्रिया

  • आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट 1002 पद
  • सहायक लेखाकार व लेखा परीक्षक- 1828 पद
  • कनिष्ठ विश्लेषक खाद- 417 पद
  • कनेक्ट विश्लेषक औषधि- 361 पद
  • मंडी परिषद सचिव श्रेणी (3)- 134 पद
  • कृषि प्राविधिक सहायक- 3446 पद
  • जूनियर इंजीनियर सिविल- 4016 पद
  • टोटल 11404 पद 2023 के लंबित हैं

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