लखनऊ: पहाड़ी इलाकों में हो रही झमाझम बारिश का अब मैदानी इलाकों में भी असर दिखने लगा है. उत्तराखंड में इन दिनों आफत की बारिश हो रही है. यूपी में रोज औसत से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा रही है. इसके चलते यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बुधावार को सीएम लेंगे बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा.
लखनऊ में सड़क पर भरे पानी को मंझाकर अपनी बच्ची को ले जाती महिला. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 9.4 के सापेक्ष 14.9 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो समान्य से 58% अधिक है. वहीं 1 जून से 8 जुलाई तक अनुमान बारिश 152 मिली मीटर के सापेक्ष 209 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो 37% अधिक है.
यूपी में भारी बारिश से रेलवे ट्रैक तक डूब गए. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) पूर्वी उत्तर प्रदेश में अब तक अनुमान बारिश 169.3 के सापेक्ष 218.6 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो 29% अधिक है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 128.2 के सापेक्ष 195.7 मिमी रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 53% अधिक है.
जिला अधिकारी ने लिया बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा (video credits ETV BHARAT) लखीमपुर खीरी में बाढ़ जैसे हालात, बुधवार को सीएम करेंगे दौरा : लखीमपुर खीरी में बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी और नेपाली नदियों के उफान से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जिले की तीन तहसीलों में करीब 200 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ के पानी में डूबकर एक पलिया तहसील में एक 8 साल की बच्ची की मौत हो गई. वहीं बरसाती पानी में डूबकर खम्भारखेड़ा और मोहम्मदी में एक एक मौत हुई है. पलिया तहसील का रोड और रेल सम्पर्क पूरी तरह से कटा हुआ है. करीब दो लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है. बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इसकी खबर मिलते ही अफसर हरकत में आ गए. डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल और एसपी गणेश प्रसाद साहा मंगलवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों के दौरे पर रहे. स्टीमर पर ट्रैक्टर पर चढ़कर बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना. बाढ़ में फंसे 11 लोगों एनडीआरएफ ने रेस्क्यू किया.
यूपी में बाढ़ के पानी में फंसी गाय. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) अयोध्या में खतरे के निशान के पार सरयू नदीआयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान को पार करते हुए 5 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जिसके बाद तराई क्षेत्रों में हड़कंप मच गया है. सरयू नदी में नौका विहार पर बैन लगा दिया गया है. घाटों पर श्रद्धालुओं को सीढ़िटों पर स्नान करने की अपील की जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि, अगले 24 घंटे में 25 सेंटीमीटर ऊपर तक सरयू नदी का जल स्तर जा सकता है. बताया जा रहा है कि 30 साल बाद सरयू ने अपना रिकॉर्ड तोड़ा है. वहीं रामघाट क्षेत्र के श्मशान घाट पर 60 क्विंटल लकड़ियां सरयू नदी में बह गई.
बलरामपुर में बाढ़ से 26 गांव डूबे:उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश से गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कुशीनगर में बाढ़ जैसी स्थिति है. बलरामपुर में राप्ती नदी में वर्तमान समय में जलस्तर 104.76 मीटर है. नदी में पानी खतरे के जलस्तर से 0.14 मीटर के ऊपर बह रहा है. इससे बलरामपुर जनपद के 26 गांव प्रभावित हैं. बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम जनपद में तैनात है.
गोंडा की विसुही नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही:गोंडा जनपद में विसुही नदी से दो तहसील के तीन गांव की कृषि प्रभावित है. जनसंख्या प्रभावित नहीं है. बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की एक टीम व पीएसी की एक टीम जनपद में तैनात है.
श्रावस्ती में 18 गांव बाढ़ से प्रभावित:श्रावस्ती जनपद में राप्ती नदी में खतरे का जलस्तर 119.5 मीटर है. वर्तमान में नदी 120.33 मीटर पर बह रही है, जो कि खतरे के जलस्तर से 0.12 मीटर ऊपर है. वर्तमान में जनपद की तीन तहसीलों के 18 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ से वर्तमान में 34730 लोग प्रभावित हैं. बाढ़ राहत के लिए 6 नाव 9 मोटरबोट व एक टीम एनडीआरएफ तथा पीएसी की लगाई गई है. 1600 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं.
कुशनीनगर में 6 गांव बाढ़ के पानी में डूबे:कुशीनगर जनपद में प्रवाहित गंडक नदी में खतरे का जलस्तर 96 मीटर है. वर्तमान में नदी 96.10 मीटर पर बह रही है जो कि खतरे के जलस्तर से 0.10 मीटर ऊपर है. वर्तमान में जनपद की एक तहसील के छह गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बचाव कार्य में एनडीआरएफ की एक टीम पीएसी की एक टीम जनपद में क्रियाशील है. बाढ़ में फंसे 85 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. इस जनपद में 12 नाव लगाई गई हैं. 48 शरणालयों में से 28 क्रियाशील हैं. कम्युनिटी किचन से 2300 लोगों को भोजन कराया गया. इसके अलावा अन्य किसी जनपद में बाढ़ की समस्या नहीं है.
फिरोजाबाद में बिजली गिरने से मकान धराशाई हुआ. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) बरसात बनी पशुओ के लिए काल,आकाशीय बिजली गिरने से 16 भेड़-बकरियों की मौत: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक बार फिर कुदरत का कहर देखने को मिला है. यहां पर बिजली गिरने से एक दीवार धराशायी हो गई, जिससे उसके पास बंधे 16 पशुओं की मौत हो गई. जिनमें से ज्यादातर भेड़ और बकरियां हैं. तीन पशु दीवार के मलबे में दबकर घायल भी हुए है. घटना नारखी थाना क्षेत्र के गांव मौहम्मदपुर की है.
बरेली में उफनाई नदी का निरीक्षण करतीं अधिकारी. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) बरेली में नदियों में बढ़ रहे पानी से ग्रामीणों परेशान,आज पहुंच सकता है गांवों में पानी: बरेली के मीरगंज में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. लेकिन नदियां अभी अपने फेंटे से नहीं निकलीं हैं. एडीएम वित्त ने तहसील पहुंचकर बाढ़ से निपटने को तैयारियों को परखा. बारिश से चार मकान गिर गए. पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड से निकली नदियां उफान पर हैं.
लखनऊ में सड़क पर भरे पानी को मंझाकर निकलते वाहन. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) गोला बैराज से पानी छोड़े जाने से मीरगंज तहसील की किच्छा एवं बहगुल नदी का जलस्तर रविवार से बढ़ रहा है. पानी बढ़ने का क्रम सोमवार को भी जारी रहा. भाखड़ा, रामगंगा, कुल्ली, पीलाखार, नाहल आदि नदियों में भी जलस्तर बढ़ रहा है. उफनाई नदियां अभी किनारों से बाहर नहीं निकली हैं.
नदियों में और पानी छोड़ने पर बाढ़ की स्थित बन सकती है. अतिवृष्टि से थानपुर गांव में ताराचंद का खपरैल का घर गिर गया. परौरा गांव में लक्ष्मी पत्नी रामदास, पिंकी पत्नी सत्यवीर के कच्चे घर गिर गए. धंतिया में राजेश पाल शर्मा के कच्चे मकान की दीवारें गिरने से टिन शेड क्षतिग्रस्त हो गए.
फर्रुखाबाद में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की आशंका: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. गंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर बढ़कर 134.45 मीटर पहुंच गया है. नरौरा बांध से गंगा में 1,28,716 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिससे गंगा का जलस्तर और बढ़ाने की आशंका है.जिससे राम गंगा का जलस्तर 135.25 मीटर पहुंच गया है.
खोह, हरेली व रामनगर बैराज से रामगंगा में 16,851 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिससे तटवर्ती गांवों के लोग बाढ़ आने की आशंका से चिंतित है. वहीं लंबे अरसे से बाढ़ झेल रहे नगला खेम रेंगाई गांव के लोगों के सिर पर फिर खतरा मंडराने लगा है. लगातार वर्षा से गांव की सड़क कट जाने एवं गंगा का जलस्तर बनने के कारण यहां कटान शुरू हो गया है इसके चलते कई मकान कटान के मुहाने पर है.वहीं आज खिली धूप निकली है.
पीलीभीत की बाढ़ में फंसे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से किया एयरलिफ्ट: पीलीभीत में बाढ़ के पानी में फंसे 5 लोगों को बचाने के लिए सेना की मदद लेनी पड़ी. बरेली से आए सेना के हेलीकॉप्टर से पांचों को एयरलिफ्ट किया गया. मामला पूरनपुर थाना क्षेत्र के खिरकिया बरगदिया गांव का है.
दरअसल, प्रशासन को पांच लोगों के बीच मझधार में फंसे होने की खबर मिली थी, जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए लगाया गया. लेकिन, सफलता नहीं मिल पाई. इसके बाद बरेली के प्रशासन से फोन पर संपर्क करने के बाद सेना का हेलीकॉप्टर बरेली से मंगाया गया. हेलीकॉप्टर से पांचों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
प्रयागराज में बढ़ा गंगा-यमुना का जलस्तर:प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. हालांकि, यमुना का जलस्तर स्थिर बना हुआ है. लेकिन, बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. उत्तराखंड में लगातार बारिश होने से वहां के कई जिलों में बाढ़ आ गई है. जिसके चलते हरिद्वार बैराज से गंगा में पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. वहीं कानपुर बैराज से भी गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. प्रयागराज में गंगा अभी खतरे के निशान से करीब 10 मीटर नीचे बह रही है. इसके बावजूद तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
लखीमपुर खीरी के 200 गांव बाढ़ की चपेट में, रेल ट्रैक कटा: शारदा घाघरा और मोहना नदियां उफना गई हैं. इसके चलते खीरी जिले के 200 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. वहीं पलिया तहसील का जिला मुख्यालय से पूरी तरीके से संपर्क कट गया है. नेपाल जाने वाले रास्ते पर भी बाढ़ का पानी चल रहा है. मैलानी से पलिया जाने वाला रेल ट्रैक भी शारदा नदी के पानी ने ध्वस्त कर दिया है. ट्रैक पूरी तरीके से करीब 100 मीटर से ज्यादा बाढ़ के पानी में लटक गया है. सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित पलिया निघासन तहसील है, जो पूरी तरीके से जिला मुख्यालय से कटा हुआ है. वहीं नेपाल जाने को हजारों की तादाद में नागरिक सड़कों पर भटक रहे हैं.
शाहजहांपुर की पांचों नदियां उफान पर, मकान में घुसा पानी: शाहजहांपुर में पांच प्रमुख नदियां उफान पर हैं. शाहजहांपुर नगर दो नदियों गर्रा और खन्नौत के बीच में बसा है. भारी बारिश के बाद यहां दोनों नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. आलम यह है कि बाढ़ का पानी अब लोगों के घरों में घुसना शुरू हो गया है. शहर के बाहरी इलाकों में पानी ही अपनी नजर आ रहा है. इसके अलावा जलालाबाद और तिलहर तहसील में तीन प्रमुख नदियां गंगा, राम गंगा और बहगुल अपने जलस्तर का फैलाव कर रही हैं, जिससे पानी बढ़ने से एक दर्जन से ज्यादा गांव में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. जिलाधिकारी शाहजहांपुर उमेश प्रताप सिंह का कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही बाढ़ प्रबंधन से जुड़े कर्मचारियों को 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं.
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी:प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, हमीरपुर, महोबा, झांसी एवं आसपास के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है.
कम बारिश वाले जिले:अमेठी अनुमान से 58% कम, बांदा में 38% कम, चित्रकूट में 28% कम फतेहपुर में 49% कम जौनपुर में 37% कुशीनगर में 38% मऊ में 32 मिर्जापुर में 62, प्रयागराज में 29%, रायबरेली में 45%, सोनभद्र में में 37, उन्नाव में 43%, बागपत में 46%, गौतम बुद्ध नगर में 91%, गाजियाबाद में 69%, सहारनपुर में 69%, शामली में 80% सामान्य से कम बारिश हुई.
लखनऊ में आज हल्की बारिश की संभावना:यूपी की राजधानी लखनऊ में सोमवार को बादलों की आवाजाही जारी रही. दिन में तेज धूप भी खिली, धूप खिलने से उमस वाली गर्मी में वृद्धि दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य है. वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को राजधानी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे. कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
9 जुलाई से पूरे प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट:मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में मंगलवार को ज्यादातर जिलों में मौसम शुष्क रहेगा. दक्षिणी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश तथा उत्तर प्रदेश के आइसोलेटेड स्थान पर भारी से ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है. बुधवार से पूरे प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है.
ये भी पढ़ेंःअलर्ट मोड पर सरकार; भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ का खतरा, नदियों के जल स्तर की निगरानी शुरू