लखनऊ :यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रहीं हैं. परीक्षा की तैयारी का अंतिम दौर चल रहा है. छात्र बोर्ड परीक्षा से पहले अपनी तैयारी को पुख्ता करने में लगे हैं. ऐसे में उन्हें अंतिम समय की तैयारी में कई चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है. यूपी बोर्ड की परीक्षा में सबसे कठिन परीक्षा भौतिक विज्ञान की मानी जाती है. इस विषय को लेकर छात्र सबसे अधिक परेशान रहते हैं. कौन सा प्रश्न पहले हल करें, इस समय तैयारी का पैटर्न क्या होना चाहिए आदि समेत कई सवाल छात्र-छात्राओं के मन में आते रहते हैं. छात्रों की इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए ईटीवी भारत ने अमीनाबाद इंटर कॉलेज के वरिष्ठ अध्यापक रविंद्र नाथ यादव ने बातचीत की. वरिष्ठ शिक्षक ने कई अहम सुझाव दिए, ये विद्यार्थियों के लिए काफी कारगर साबित हो सकते हैं.
बीते दो-तीन वर्षों के प्रश्न पत्र का आकलन करें :वरिष्ठ शिक्षक आरएन यादव ने कहा कि तीन या पांच नंबर वाले प्रश्नों के आंसर अलग-अलग पन्नों पर लिखें, लॉस्ट ईयर के सैंपल पेपर को जरूर देखें. प्रैक्टिस करनी बहुत जरूरी है. सवाल समझ नहीं आने पर दो से तीन बार उसे जरूर पढ़ लें, फिर आंसर लिखना शुरू करें. नोट्स बनाने वाले स्टूडेंट्स अपने नोट्स पर ही फोकस रखें. जिस बुक्स से पढ़कर स्कूल की परीक्षा दी हो, उसी बुक को फॉलो करें. नई किताब को न पढ़ें. डेरिवेशन जरूर देख लें. ऑब्जेक्टिव और वन मार्क वाले प्रश्न कहीं से भी पढ़ सकते हैं. तीन घंटे में पेपर करने की प्रैक्टिस करनी चाहिए. यूपी बोर्ड के सिलेबस में बदलाव हुआ है. कुल 30 प्रश्न पूछे जाएंगे. एक नंबर और दो नंबर के क्वेश्चन के साथ दो प्रश्न तीन-तीन नंबर के होंगे. चार प्रश्न 5 नंबर के रहेंगे. इन प्रश्नों में च्वाइस रहेगी. 10 से 12 दिन ही शेष हैं. ऐसे में पढ़ाई तो नहीं की जा सकती. बेहतर रहेगा कि गाइड व क्वेश्चन बैंक से पढ़ाई करें. वन मॉर्क्स वाले क्वेश्चन जरूर देख लें. सैंपल पेपर को भी रेफर कर सकते हैं.