खूंटीः राजनीति का अपना अनूठा रंग है. कभी बाबूलाल कांग्रेस के उम्मीदवार के पक्ष में सभाएं करते थे, लेकिन आज भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील करते दिख रहे हैं. हम बात कर रहे हैं झारखंड की सबसे हॉट सीट खूंटी लोकसभा सीट की, जहां पिछले लोकसभा चुनाव में बाबूलाल कालीचरण के साथ थे, लेकिन अब अर्जुन के द्रोणाचार्य बन गए हैं. उस वक्त बाबूलाल मरांडी भाजपा पर हमलावर थे और आज महागठबंधन पर निशाना साध रहे हैं.
बाबूलाल ने 2019 के चुनाव में कालीचरण के लिए किया था प्रचार
2 मई 2019 को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सिमडेगा में सभा की थी और उनके साथ तब झाविमो के प्रमुख के रूप में बाबूलाल मरांडी, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन कालीचरण मुंडा के प्रचार में शामिल हुए थे. तब बाबूलाल मरांडी मंचों से, सभा और रैलियों में जमकर भाजपा पर निशाना साधते थे. उन्होंने उस वक्त भाजपा को आदिवासियों का दुश्मन तक बताया था. कहते थे भाजपा सरकार जानबूझकर जनजातियों को वनांचली अर्थात जंगल में रहने वाला बताती थी. वनांचल भाजपा की उपज थी.
2019 के चुनाव में बीजेपी की ओर से अमित शाह, रघुवर दास और हेमा मालिनी ने की थी सभा
वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान स्टार प्रचारक के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह, तब के झारखंड सीएम रघुवर दास और हेमा मालिनी ने भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा के पक्ष में खूंटी में सभाएं की थीं.
दूसरी बार अर्जुन मुंडा और कालीचरण मुंडा चुनावी मैदान में आमने-सामने
आदिवासी बहुल खूंटी लोकसभा सीट से अर्जुन मुंडा दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं. उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा से है. वहीं 2019 के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो कांग्रेस उस वक्त 1450 वोटों से हार गई थी. उस वक्त कालीचरण मुंडा के पक्ष में वोट मांगने राहुल गांधी के साथ बाबूलाल मरांडी ने सिमडेगा में चुनावी सभा की थी.