करनाल:हरियाणा में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पराली प्रबंधन पर बड़ा बयान दिया है. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पराली को लेकर हरियाणा सरकार बेहद गंभीर है. पराली जलाने से सबसे ज्यादा मामले इन दिनों पंजाब से आ रहे हैं. प्रदूषण सिर्फ एक जगह का विषय नहीं है. सभी को मिलकर इस पर काम करना चाहिए.
दरअसल केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर जिला सचिवालय में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में शामिल हुए. इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने बैठक के एजेंडे में शामिल 30 योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई. सबसे पहले 12 फरवरी की बैठक की कार्रवाई की पुष्टी की. एमपीएलएडीएस के तहत लंबित 68 कार्यों के बारे में जानकारी मांगी. इस पर अधिकारियों ने कहा कि 30 काम 3 महीने में और 38 काम 6 महीने के भीतर पूरे कर लिए जाएंगे.
पंजाब में सबसे ज्यादा जलाए गए पराली:हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, जिसको लेकर सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त हुआ है. ग्रेप 4 को दिल्ली में लागू किया गया है. जब तक सुप्रीम कोर्ट की संतुष्टि नहीं होगी, तब तक उसे हटाया नहीं जाएगा. हरियाणा सरकार ने पराली प्रबंधन को लेकर सराहनीय काम किया है. 15 सितंबर से 18 नवंबर तक 1100 पराली जलाने के मामले सामने आए है. वहीं, पंजाब में 9600 केस पराली जलाने के सामने आए हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. प्रदूषण सिर्फ एक जगह का विषय नहीं है. सभी को मिलकर काम करना चाहिए.
नई विधानसभा पर बोले खट्टर:नई विधानसभा पर पंजाब की आपत्ति के सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि वह एक प्रशासनिक प्रक्रिया है. जमीन के बदले जमीन की ऑफर दी गई थी. उसकी प्रक्रिया चल रही है. विभाग की क्लीयरेंस भी मिल गई है, जो हरियाणा ने डिमांड की है, उसके बदले में चंडीगढ़ ने 12 एकड़ की डिमांड की है. इसको लेकर भी बात हो चुकी है. अभी फाइनल एग्रीमेंट होना बाकी है. इसमें पंजाब को आपत्ति जताने की जरूरत नहीं है. पंजाब के मुख्यमंत्री को भी सुझाव दिया गया था कि आगे चलकर विधानसभा छोटा पड़ने वाली है.