वाराणसीःIIT-BHU का 13वें दीक्षांत समारोह का आयोजन सोमवार को हुआ. मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और महामना पं. मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
कार्यक्रम के शुरुआत में समारोह में मौजूद छात्र-छात्राओं ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का कुलगीत गायन भी किया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किया. दीक्षांत समारोह में 60 मेधावियों को 100 मेडल दिए गए. इसके साथ ही 1954 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गईं. वहीं, 250 से अधिक शोधार्थियों को डॉक्टरेट की डिग्री दी गई. केंद्रीय मंत्री ने छात्र आदित्य नायक प्रेसीडेंट मेडल प्रदान किया.
IIT-BHU दीक्षांत समारोह (Video Credit; ETV Bhrat) भारत दुनिया में बनता जा रहा डिजिटल सुपरपॉवरः दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत दुनिया में डिजिटल सुपरपॉवर बनता जा रहा है. इसमें जो नए-नए चैलेंजेस सामने आ रहे हैं, उन्हें भी हमें गहनता के साथ अध्ययन करना पड़ेगा. इन नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अह्वान देश के डिजिटल वर्ल्ड से जुड़े लोगों को रास्ता बता रहा है. हमारी प्राथमिकता है कि अभी जो बीएचयू में तीन महत्वपूर्ण संस्थान बन चुके हैं, IIT-BHU, मेन कैंपस और अस्पताल उनको कैसे विद्यार्थियों, मरीजों और रिसर्च के लिए कैसे डेडीकेट करें.
विश्वविद्यालय का कुलगीत गातीं छात्राएं. (Photo Credit; ETV Bharat) हम होंगे दुनिया की एक नंबर इकोनॉमीःकेंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंच से विद्यार्थियों से पूछा कि आप हम जॉब सीकर या जॉब क्रिएटर? इस पर छात्रों ने कहा कि क्रिएटर बनेंगे. प्रधान ने कहा कि 25 साल बाद हम दुनिया के एक नंबर इकोनॉमी होंगे. यदि जॉब सीकर बनेंगे तो ये प्रयास कैसे पूरा होगा. भारत डिजिटल का सुपर पावर बन रहा है. ऐसे में कई चुनौतियां भी आ रही हैं. डिजिटल वर्ल्ड से जुड़े लोगों को सोचना चाहिए.
दीक्षांत समारोह का शुभारंभ करते केंद्रीय मंत्री. (Photo Credit; ETV Bharat) आदित्य नायक को मिला प्रेसीडेंट मेडलः आदित्य कुमार नायक ने बताया 'मैं उड़ीसा का रहना हूं. मेरी पढ़ाई पुणे में हुई है. अभी IIT-BHU से केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई की है. मुझे 07 मेडल मिले हैं. इसमें से जो सबसे महत्वपूर्ण मेडल प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल था. यह उसे मिलता है, जो एकेडमिक में सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है. मुझे ये मेडल मिलने के बाद बहुत खुशी हो रही है. इसके लिए मैंने बहुत मेहनत की थी. आदित्य ने बताया, 'जब मैं स्टेज पर गया तो धर्मेंद्र प्रधान मुझे पहचान गए कि मैं भी उड़ीसा से ही हूं. उन्होंने पूछा कि कहां से हो तो मैंने बताया कि जाजपुर का रहने वाला हूं. उन्होंने मुझे बधाई दी और कहा कि मुझे अच्छा लगा कि उड़ीसा के लोग भी मेडल पा रहे हैं.'
केंद्रीय मंत्री ने छात्र आदित्य नायक प्रेसीडेंट मेडल प्रदान किया. (Photo Credit; ETV Bharat) छात्रा भव्या को मिले ज्यादा 17 मेडलःवहीं, बीटेक की छात्रा भव्या मल्होत्रा को सबसे ज्यादा 17 मेडल और प्राइज मिले. इसमें 12 गोल्ड, एक सिल्वर और चार कैश प्राइज हैं. साथ ही, भव्या को उत्कृष्ट प्रदर्शन और अद्भुत नेतृत्व क्षमता के लिए डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल प्रदान किया गया है. वहीं, पब्लिक लाइफ में डॉ. अवधेश कुमार, शुभम पॉलीवॉल को यंग एलुमनस अचीवर्स अवॉर्ड, रिसर्च और इनोवेशन में डॉ. हेमा सिंह को अवॉर्ड दिया गया है.
दीक्षांत समारोह में मौजूद छात्र. (Photo Credit; ETV Bharat) 1954 छात्र-छात्राओं को दी गईं उपाधियांः दीक्षांत समारोह में इस बार 60 मेधावियों को 100 मेडल दिए गए. वहीं, 1954 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गईं. सबसे अधिक बीटेक के 1060, 319 आईडीडी, 263 एमटेक/एमफार्मा, 49 एमएससी और 13 बीआर्क के विद्यार्थियों को अवार्ड मिले हैं. इसके साथ ही 250 से अधिक शोधार्थियों को डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की गई है.
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