जयपुर:कोटा में आए दिन हो रही स्टूडेंट्स की आत्महत्या के मामलों पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने चिंता जाहिर की. उन्होंने शिक्षा और प्रोडक्ट में अंतर बताते हुए कहा कि बच्चों में कोटा जैसी फैक्ट्री का निर्माण नहीं करें. शिक्षा में प्रोडक्ट और पर्सनैलिटी में अंतर समझें, बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें, ताकि विषम परिस्थिति में भी वह मजबूती से मुकाबला कर सके.
मंत्री यादव मंगलवार को जयपुर में झालाना स्थित श्रीकृष्ण छात्रावास में राजस्थान यादव महासभा की ओर से आयोजित श्री कृष्ण संदेश संस्थान के शिलान्यास कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजकल हम बच्चों की पढ़ाई पर जोर देते हैं तो हम कोटा जैसी फैक्ट्री का निर्माण करते हैं. फैक्ट्री इसलिए कह रहा हूं कि फैक्ट्री में प्रोडक्ट आता है, पर्सनैलिटी नहीं. मैं बार-बार यह कहता हूं कि शिक्षा में प्रोडक्ट और पर्सनैलिटी में अंतर होता है. जब तक सफलता होती है, तब तक जीवन जीते हैं, जिस दिन थोड़े से भी असफल होते हैं, उसी दिन तनाव, डिप्रेशन के बीच आत्महत्या जैसे विषयों को हम देखते हैं, इसलिए बच्चों पर कितना ही पढ़ने पर जोर दे, लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ हम हेल्दी लाइफस्टाइल को ना छोड़े.