उमरिया: अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, जब उमरिया जिले का बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व 11 हाथियों की मौत को लेकर सुर्खियों में था. वहीं अब छोटा भीम की वजह से बांधवगढ़ टाइगर के फिर चर्चे हो रहे हैं. दरअसल, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के 4 हाथी और लगभग 80 कर्मचारी दिन-रात जंगलों में छोटा भीम नाम के टाइगर को खोज रहे हैं.
फंदे वाले बाघ की तलाश जारी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व इन दिनों एक फंदे वाले बाघ को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है, जिसकी तलाश में प्रबंधन जुटा है. दरअसल, बीते दिनों कुछ पर्यटकों के माध्यम से टाइगर रिजर्व प्रबंधन को जानकारी मिली थी कि गले में फंदा लगाए हुए एक बाघ उन्हें दिखाई दिया है. बीते सोमवार को ही पर्यटकों ने इसका वीडियो बनाया था, जिसमें बाघ के गले में तार का फंदा नजर आ रहा है. जानकारी लगते ही बीटीआर प्रबंधन इस फंदे वाले बाघ का रेस्क्यू करने की कोशिश में जुटा हुआ है, जिससे इस बाघ की जान बचाई जा सके.
आखिरी बार मंगलवार को दिखा था बाघ (ETV Bharat) आखिर कहां है ये फंदे वाला बाघ ?
मंगलवार और बुधवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के आला अधिकारी कर्मचारी पूरे दिन उस बाघ की तलाश करते रहे, लेकिन अब तक यह बाघ प्रबंधन की पकड़ से दूर है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार को यह बाघ नजर भी आया था, लेकिन बुधवार को नहीं दिखा है. इस मामले को लेकर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने बताया, '' मंगलवार को यह बाघ कई बार दिखा है, लेकिन बुधवार को नहीं दिखा. बाघ की तलाश में 80 लोगों की टीम लगी हुई है. साथ में चार हाथी, 10 वाहन और 4 रेंज का पूरा स्टाफ है. मैं भी इस टीम में शामिल हूं और हम सभी बाघ की तलाश में जुटे हुए हैं. सभी लोग मिलकर प्रयास कर रहे हैं कि इस बाघ को पकड़ा जाए.''
फंदे वाले बाघ की तलाश में जुटी टीम (ETV Bharat) कौन है छोटा भीम ?
डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने आगे बताया, '' मंगलवार को जब बाघ दिखा था, तो पूरी तरह से स्वस्थ दिख रहा था और दौड़ भी रहा था. इसका वीडियो भी जारी किया गया था, जिसमें भागते हुए नजर आ रहा है, लेकिन बुधवार को एक बार भी दिखाई नहीं दिया है. हमारी टीम कोशिश कर रही है. इस बाघ का नाम छोटा भीम है और इसकी उम्र लगभग 5 से 6 साल है. अक्सर ही ये पर्यटकों को नजर आता रहता है. यह बाघ खेतौली जोन में ही सबसे ज्यादा पाया जाता है. यही इसका एरिया है. इसे बजरंग का भाई भी कहा जाता है.''