उज्जैन: 5 दिवसीय गीता महोत्सव बुधवार को संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव और कई संत-महात्मा शामिल हुए. इस कार्यक्रम के दौरान भारतीय ज्ञान परंपरा की पुस्तकों का विमोचन किया गया. इसके साथ ही चित्र प्रदर्शनी और प्रचार रथ का शुभारंभ भी किया गया. वहीं, गीता महोत्सव के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया.
आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हुआ उज्जैन
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन गीता महोत्सव के अवसर पर आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गई. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित महामंडलेश्वर स्वामी श्री अनंतपूर्ण गिरी जी महाराज, पूज्य भक्तिप्रेम स्वामी महाराज, स्वामी श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज और महापौर मुकेश टाटवाल ने भाग लिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "उज्जैन की शिक्षा परंपरा का ऐतिहासिक महत्व है. भगवान श्रीकृष्ण का जीवन प्रशासनिक दक्षता का उत्कृष्ट उदाहरण है."
भारतीय ज्ञान परंपरा की पुस्तकों का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्री गणेश गीता, श्रीराम गीता, श्रीदेवी गीता, श्रीशिव गीता, श्रीयम गीता और भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित पुस्तकों का विमोचन किया. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता की शिक्षाएं पूरे विश्व के लिए प्रेरणादायक हैं. कार्यक्रम के दौरान मोहन यादव ने बताया कि भोपाल में गीता पाठ के माध्यम से एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है. उज्जैन का गीता महोत्सव भारतीय सनातन परंपरा और गीता के दिव्य संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का अनुपम प्रयास है.