उज्जैन।शहर की नानाखेड़ा थाना पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के साइबर फ्रॉड के मामले में बड़ा खुलासा किया है. इस मामले में कुल 6 आरोपियों के नाम सामने आए हैं. इनमें से 5 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जबकि 1 आरोपी फरार चल रहा है. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 56 फर्जी सिम बरामद हुई है, जिसमें 13 एक्टिवेट और 43 अनएक्टिवेट सिम कार्ड हैं.
फर्जी सिम की खरीद फरोख्त का मामला
गिरफ्तार आरोपियों में से 3 पश्चिम बंगाल, 1 कन्नौद जिला देवास से, वहीं 1 उज्जैन देवास रोड क्षेत्र का निवासी है. फरार चल रहा एक आरोपी उज्जैन के नागदा का निवासी है. ये सभी आरोपी फर्जी सिम की खरीद फरोख्त के मामले में गिरफ्तार हुए हैं. आरोपी फर्जी सिम बनाकर उसे एक्टिवेट करते और लोगों से फ्रॉड कर ठगी की वारदात की अंजाम देते थे. गांव के लोगों के नाम से फर्जी सिम एक्टिवेट कर अवैध ऑनलाइन धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते थे.
पूरे मामले में ये आरोपी हैं शामिल
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ के दौरान अपने नाम और पता बताए अक्षय तिरवार (22), सादिक खान (20), शेख महिबुल (35) निवासी पंश्चिम बंगाल, साजन पिता हारून खान (24) निवासी पंश्चिम बंगाल और बाबन (38) पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. वहीं, फरार आरोपी की पहचान मोंटी नागदा निवासी के रूप में हुई है. आरोपियों ने पूछताछ के दौरान फर्जी सिम खरीदने व बेचने की बात कबूली है.
पंश्चिम बंगाल के आरोपियों के बेचते थे सिम
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि देवास निवासी आरोपी सादिक के पास एक ऐसी आईडी है, जो की लोगों की सिम पोर्ट करने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर अन्य सिम भी उसी नाम से एक्टिवेट कर लेता था. आरोपी अक्षय व मोंटी पश्चिम बंगाल के आरोपियों को सिम बेचते थे.