जयपुर:अध्यापक भर्ती लेवल-1 में दो प्रतिशत खेल कोटे के लिए ताइक्वांडो के फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के मामले में एसओजी ने राजस्थान ताइक्वांडो संघ के पूर्व सचिव के बाद अब दो दलालों को गिरफ्तार किया है. दोनों को एसओजी ने किशनगढ़ टोल नाके से दबोचा है. उन्हें रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जा रही है.
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि अध्यापक भर्ती लेवल-1 में नौकरी लगवाने के लिए अभ्यर्थियों के फर्जी ताइक्वांडो खेल प्रमाण पत्र बनवाने वाले दो दलाल रंगलाल रैगर और नारायण सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया गया है. साल 2017 में दो प्रतिशत खेल कोटे में ताइक्वांडो खेल के फर्जी प्रमाण पत्र एवं फर्जी सत्यापन के आधार पर अध्यापक (ग्रेड-3) लेवल-1 की नियुक्ति को लेकर एसओजी पुलिस थाने में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे. इनमें से एक मुकदमे के दो आरोपियों रंगलाल रैगर और नारायण सिंह राजपूत को सोमवार को किशनगढ़ टोल नाके पर नाकाबंदी करवाकर गिरफ्तार किया गया. ये दोनों अजमेर के रहने वाले हैं.
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रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा, टाईशीट में की कांट-छांट:उन्होंने बताया कि दलाल रंगलाल रैगर और नारायण सिंह ने 2017 में राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के फर्जी खेल प्रमाण पत्र तैयार करवाने और फर्जी सत्यापन करवाने के बदले मनोज गुर्जर, सियाराम और हेमलता गुर्जर से रुपए लिए. उन्होंने राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के सचिव दिनेश जागरवाल से मिलीभगत की और एसोसिएशन के रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा किया. टाईशीट में कांट-छांट कर फर्जी खेल प्रमाण पत्र तैयार करवाया और फर्जी तरीके से सत्यापन करवाया.
जगरवाल और शिक्षकों से चैटिंग ने खोले राज:एडीजी वीके सिंह ने बताया कि दोनों दलालों ने फर्जी ताइक्वांडो खेल प्रमाण पत्र और सत्यापन के आधार पर अभ्यर्थियों की नौकरी लगवाई. दोनों को रिमांड पर लेकर इस मामले में अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुकदमा दर्ज होने और फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद दोनों की संघ के पदाधिकारी व लाभार्थी अध्यापकों के बीच कई बार मोबाइल से बात हुई और चैटिंग हुई है.