जोधपुर: रेंज के पुलिस महानिरीक्षक की साइक्लोनर टीम ने शराब के बड़े तस्कर लक्ष्मण देवासी की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उस पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित था. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 'आपरेशन रानीहंता' चलाया. आरोपी ने शराब तस्करी के क्षेत्र में अपनी बादशाहत जमाने के लिए अपने ही मित्र की हत्या करवा दी थी. रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी बाड़मेर के गुढ़ामलानी निवासी प्रकाश शेखानी है. तत्कालीन पाली रेंज आईजी ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. उन्होंने बताया कि 2023 में तस्कर लक्ष्मण देवासी की हत्या हुई थी. पकड़ा गया आरोपी उस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था, तब से वह फरार चल रहा था.
कर्नाटक से किया गिरफ्तार: दो दिन पहले कर्नाटक के उत्तरी कन्नड़ जिले के सिरसी कस्बे से नाटकीय तरीके से टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि प्रकाश किसान पृष्ठभूमि का है. उसके पिता ने उसे स्टील का काम करने के लिए लगा दिया था. स्टील रैलिंग का काम सीखने के साथ ही इसे लग्जरी गाड़ी चलाने का नशा हो गया. स्टंट ड्राइव के साथ साथ वह तेज ड्राइव करने लगा. जब पुलिस ने पकड़ा तो उसने कहा कि वह जेल जाने से पहले लग्जरी गाड़ी में ही जाना चाहता है. इसके लिए पुलिस उसे कर्नाटक से लग्जरी गाड़ी में ही लेकर आई. यहां लाने के बाद उसे सांचौर पुलिस के हवाले किया गया है.
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प्रतिस्पर्धा में करवाई हत्या: आईजी ने बताया कि प्रकाश सधी हुई ड्राइविंग करता था. उसे देख कर हर कोई दंग रहने लगा. इस दौरान शराब तस्करों की नजर उस पड़ी. उन्होंने उसे अपने साथ जोड़ लिया. पहले वह शराब की गाड़ियों को एस्कॉर्ट करने लगा. बाद में धीरे धीरे वह खुद शराब तस्करी में घुस गया. कुछ सालों में ही आरोपी प्रकाश अवैध शराब कारोबार में क्षेत्र का बादशाह बनने के सपने देखने लगा. तस्कर लक्ष्मण देवासी भी इसी काम में था. किसी बात को लेकर उससे उसकी ठन गई. इस पर उसे मारने के लिए मार्च 2023 में यूपी व हरियाणा से शूटर बुलाकर दिन दहाड़े हत्या करवा दी थी. उसके बाद से ही वह फरार हो गया.
पछतावा हुआ तो मंदिर मंदिर घूमा: आईजी ने बताया कि मार्च 2024 में भोजासर थाने में शराब का ट्रक पकड़ा गया. जिसमें उसे नामजद किया गया. उसके बाद उसे लगा कि वह अब साइक्लोनर टीम से नहीं बचेगा. इसके बाद वह लगातार एक साल देश के लगभग सभी बड़े मंदिर आश्रम गया. इनमें जम्मू का रघुनाथ मंदिर,आसाम की शक्तिपीठ, बंगाल शक्तिपीठ, रामेश्वरम, महाराष्ट्र व आंध्रप्रदेश सहित देश के चारों कोनों के मंदिर में जाकर अपने कर्मों के लिए पछतावा किया. खास बात यह भी है कि यह सभी यात्राएं उसने खुद स्कोर्पियों से की. साथ में हर सात दिन में ठिकाना बदलता रहता.
लग्जरी गाड़ी से ही पकड़ा गया: एक साल तक फरार रहने के दौरान पैसों की कमी होने लगी. इससे पहले उसने मोबाइल रखना बंद कर दिया. जब वापस अपने लोगों से संपर्क करने के लिए उसने फोन करने शुरू किए. इस दौरान उसने अपनी एक करीबी मित्र को फोन किया. जिसे साइक्लोनर टीम ने अपने पक्ष में किया. उसके पास हुबली से फोन आया तो उसने पुलिस को बताया. इसके लिए हुबली में टीम गई. यहां उस नंबर वाले व्यक्ति तक टीम पहुंच गई. उसने बताया कि सफेद स्कॉर्पियों से व्यक्ति आया था. उसी स्कॉर्पियो को ट्रेस करना शुरू करते हुए टीम सिरसी पहुंची. पुलिस ने बताया कि एक साल में वह जगह पर भगवान के नाम रहकर रुका. हुबली में उसने अपना नाम नारायण बताया, सिरसी में रामाकिशन के नाम से व अन्य जगह पर विष्णु, हनुमान के नाम से रहा.
दोस्त था देवासी, फिर हुई दुश्मनी: प्रकाश व लक्ष्मण देवासी अच्छे दोस्त थे. प्रकाश ने लंबे समय तक सांचौर क्षेत्र में लक्ष्मण के घर पर फरारी भी काटी थी, लेकिन गुजरात में शराब तस्करी के वर्चस्व बनाने के चक्कर में दुश्मनी हो गई थी. इसे चलते 2023 में जब सांचौर नया जिला बना था, तब आयोजित कार्यक्रम के दिन हरियाणा और यूपी के बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी. इससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. इसमें प्रकाश की भूमिका थी. पुलिस ने हरियाणा के दो बदमाशों को भी पकड़ा था.
10 माह में 75वीं उपलब्धि: आईजी ने बताया कि साइक्लोनर टीम की यह प्लेटिनम जुबली कार्रवाई है. अब तक 75 मामलों के इनामी बदमाशों को पकडा गया है. इस उपलक्ष में इस टीम को आईजी ने स्पेशल यूनिफॉर्म का उपहार दिया. टीम ने दस माह में पेपर लीक के अधिकांश वांछितों को पकड़ कर एसओजी को सुपुर्द किए हैं. इसके अलावा नशे के कारोबार से जुड़े तस्करों के विरुद्ध विशेष अभियान छेड़ कर पकड़ा जा रहा है.