बिलासपुर:पुलिस का काम गुंडे मवालियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने का है. पुलिस का काम गुंडे बदमाशों का खौफ खत्म कर न्याय का राज कायम करना है. पर जब पुलिस वाले ही बीच सड़क पर बदमाशों की तरह मारपीट करने लगे तो लोग वर्दीवालों को ताने जरुर देंगे. वर्दी वालों पर तंज जरुर कसेंगे. दरअसल सिविल लाइन पुलिस थाना इलाके में पुलिस विभाग के दो आरक्षक आपस में भिड़ गए. विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों ने एक दूसरे का गिरेबान पकड़ लिया. काफी देर तक सड़क पर हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा. बिलासपुर एसपी ने आरोपी आरक्षक को निलंबित कर दिया है. निलंबित आरक्षक पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप था.
जांच के बाद आरोपी आरक्षक निलंबित:सहकर्मी से विवाद करने वाले आरोपी आरक्षक को एसपी ने निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही रक्षित निरीक्षक को जांच के लिए आदेशित भी किया है. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह आरक्षक पूर्व में अपने सहकर्मी से विवाद करने का दोषी रहा है. कुछ दिन पूर्व मुलज़िम पेशी के दौरान प्रधान आरक्षक से विवाद की शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा निंदा की सजा और चेतावनी दी गई थी.आरक्षक विष्णु चंद्रा से स्पष्टीकरण लिया गया साथ ही कर्तव्य से अनुपस्थिति भी दर्ज की गई थी.
शनिवार को क्यों हुआ विवाद: शनिवार को मुलज़िम लेने के लिए जेल के लिये रवाना हुए उस दौरान बीच रास्ते में आरक्षक 977 विष्णु चंद्रा द्वारा पीड़ित से विवाद करने लगा. मौके पर मौजूद स्टाफ ने मामले को सुलझाने की कोशिश की लेकिन वो विवाद को बढ़ाता रहा. घटना की सूचना एसपी रजनेश सिंह को मिलने पर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर उस आरक्षक को निलंबित कर दिया. साथ ही प्राथमिक जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. जांच के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई अलग से की जाएगी.