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मसौढ़ी के शाहाबाद में हल्दी की खेती कर किसान बन रहे हैं आत्मनिर्भर, आय हुई दोगुनी - Profit from turmeric cultivation

किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार योजना लाती रहती है. बिहार सरकार ने हाल में ही कृषि रोड मैप जारी किया है. लेकिन, पटना से सटे मसौढ़ी के किसान अपने बलबूते अपनी आय को लगातार बढ़ा रहे हैं. पढ़िये, विस्तार से.

मसौढ़ी में हल्दी की खेती.
मसौढ़ी में हल्दी की खेती.

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 8, 2024, 5:00 PM IST

मसौढ़ी में हल्दी की खेती.

पटनाः राजधानी पटना के मसौढ़ी के छाता पंचायत स्थित शाहाबाद गांव के किसान आत्मनिर्भर बनने की राह पर चल पड़े हैं. सरकार की मदद के बिना उनलोगों ने अपनी आय को बढ़ाने का रास्ता खोज निकाला. यहां के किसान पारंपरिक खेती से हटकर हल्दी की खेती शुरू की है. बताया जा रहा है कि इससे किसान आत्मनिर्भर हो रहे हैं. उनकी आय बढ़ रही है.

हल्दी की खेती से बढ़ी आमदनीः शाहाबाद पंचायत के तकरीबन 30 से 40 किसान अपनी-अपनी खेतों में तकरीबन दर्जनों एकड़ में हल्दी की खेती कर रहे हैं. किसनों की मानें तो हल्दी की खेती से मुनाफा दोगुना मिलता है. यह ऐसी खेती है जिसमें ज्यादा नुकसान भी नहीं होता है. इसकी खेती में सिंचाई की समस्या नहीं आती है. खाद-पानी का ज्यादा प्रयोग इसमें नहीं किया जाता है. हल्दी हर घरों में प्रयोग की जाती है. यह ऐसा मसाला है जिसकी मांग हमेशा रहती है.

हल्दी की खेती करने वाले किसान.
किसानों को बना रहे जागरूक:शाहाबाद गांव के किसान सिलवंत कुमार, शत्रुघ्न प्रसाद, जयनंदन सिंह, रामरती देवी, जेवेंद्र सिंह ने कहा कि खेतों में हल्दी की खेती कर रहे हैं. जिसे आय दोगुनी हो गयी. उनलोगों ने बताया कि पहले पारंपरिक खेती में बारिश ज्यादा होने पर या फिर कम होने पर भी फसल खराब होने की आशंका बनी रहती थी. अक्सर घाटा लगता था. कर्ज में भी रहते थे. अब वे लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं. अन्य किसानों को भी जैविक खेती करने के लिए जागरूक कर रहे हैं. "शाहाबाद पंचायत में तकरीबन 40 से अधिक किसान हल्दी की खेती करते हैं. उनकी आय भी दोगुनी हो गयी है. ये सभी प्रगतिशील किसान हैं. अन्य किसानों को भी जागरूक कर रहे हैं."- विजय कुमार, कृषि कोऑर्डिनेटर, शाहाबाद पंचायत

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