भोजपुर : बिहार के भोजपुर जिले के गीधा थाना क्षेत्र के खेसरहियां गांव में अफीम की खेती का मामला सामने आया है. यह जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. तुरंत कार्रवाई शुरू की गई. अंचलाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसने अफीम की फसल को नष्ट कर दिया.
भोजपुर में अफीम की खेती : गीधा थाना को गुप्त सूचना मिली कि खेसरहियां गांव में कुछ असामाजिक तत्व अफीम की खेती कर रहे हैं. जानकारी के बाद, गीधा थाने के दरोगा शशिभूषण सिंह ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने पाया कि खेसरहियां में सात छोटे-छोटे प्लॉटों में अफीम की खेती की जा रही है.
अफीम की फसल को किया नष्ट : सूचना मिलने पर दरोगा ने थानाध्यक्ष उमुस शलमा को बताया, जिन्होंने तुरंत अनुमंडल पदाधिकारी को सूचित किया. अनुमंडल पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी कोईलवर को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर अफीम की खेती को नष्ट करने का आदेश दिया. इसके बाद, थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और अफीम की फसल को नष्ट किया, साथ ही नमूना लेकर साक्ष्य के तौर पर सील किया.
स्वामित्व की पहचान और विधिक कार्रवाई : अफीम की खेती के नष्ट होने के बाद, जिस जमीन पर यह खेती की गई थी, उसके असली मालिक की पहचान की जा रही है. साथ ही, उस पर विधिसम्मत कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
एसडीपीओ रंजीत कुमार सिंह का बयान : सदर एसडीपीओ रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि ''इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. जमीन के स्वामित्व की पहचान होते ही उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.''
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