शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले की लीपापोती का आरोप पटना:शिक्षक बहाली के तीसरे चरण की प्रक्रिया में कथित पेपर लीक मामले में अब तक आयोग की ओर से परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है. ईओयू ने अपनी जांच में स्पष्ट कर दिया है कि पेपर लीक हुआ है और इसके साक्ष्य उपलब्ध हैं. ऐसे में अब छात्र नेता दिलीप ने ऐलान कर दिया है कि आगामी 21 मार्च को हजारों शिक्षक अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरेंगे.
21 मार्च को सड़क पर उतरेंगे शिक्षक अभ्यर्थी:छात्र नेता दिलीप ने कहा कि परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर आयोग कार्यालय का घेराव करेंगे और बीपीएससी के अध्यक्ष से मिलकर परीक्षा रद्द कराने की मांग का ज्ञापन सौंपेंगे. छात्र नेता दिलीप ने बताया कि उनके पास भी पेपर लीक होने के पर्याप्त साक्ष्य हैं. जितने भी उनके पास साक्ष्य उपलब्ध हो रहे हैं और अभ्यर्थी इसकी सूचना दे रहे हैं, वह सभी जानकारी आर्थिक अपराध इकाई को उपलब्ध करा रहे हैं.
"पेपर लीक से संबंधित बहुत सारी जानकारी ईओयू को उपलब्ध कराई है. आयोग को दो बार अल्टीमेटम दिया, लेकिन अब सभी डेडलाइन समाप्त हो गई है. अब मजबूरन परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरना पड़ रहा है."-दिलीप,छात्र नेता
'हजारों करोड़ रुपए का घोटाला': शिक्षक बहाली की इस प्रक्रिया में हजारों करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है. इसलिए आयोग इस परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहता जबकि लाखों मेधावी अभ्यर्थियों के भविष्य का सवाल है. छात्र नेता दिलीप ने कहा कि अब परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सभी शिक्षक अभ्यर्थी और उनके अभिभावक सड़क पर उतरेंगे.
BPSC दफ्तर का किया जाएगा घेराव: उन्होंने तमाम शिक्षक अभ्यार्थियों, प्रदेश के छात्रों नौजवानों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि 21 मार्च को सुबह है 11:00 बजे बीपीएससी कार्यालय पहुंचे. अभिभावकों को इसलिए आना जरूरी है कि अगर वह सड़क पर नहीं उतरेंगे तो पेपर लीक के मामले आने वाले हर परीक्षा में होते रहेंगे.
'5 अप्रैल की परीक्षा पर भी लगायी जाए रोक': छात्र नेता ने कहा कि मेधावी बच्चों के दिन रात के कठिन परिश्रम को चंद माफिया मिनटों में पैसों से खरीद लेंगे. इसलिए यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए. इसके साथ ही जो 5 अप्रैल को प्रस्तावित की जा रही है कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षा होगी, उस पर भी रोक लगनी चाहिए. इस परीक्षा को रद्द कर दोषियों को बीपीएससी से बाहर निकाल कर ही कोई भी वैकेंसी की प्रक्रिया आगे बढ़ानी चाहिए.
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