रांची: संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री रहें प्रखर समाजवादी और लोहियावादी नेता भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की आज जयंती है. उनकी जयंती पर आज रांची के कर्पूरी ठाकुर चौक( हीनू चौक) पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा जयंती समारोह मनाया गया.
जननायक कर्पूरी ठाकुर संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित जयंती समारोह में वक्ताओं ने इस बात पर नाराजगी जताई कि भारत रत्न मिलने के बावजूद राज्य की सरकार की ओर से कोई राजकीय कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया.
पूर्व मंत्री और डॉ लोहिया-कर्पूरी विचार मंच के अध्यक्ष रामचंद्र केशरी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जैसे महान नेता का जयंती समारोह सरकारी स्तर पर आयोजित नहीं किया जाना दुखद है. पूर्व मंत्री ने कहा कि राज्य में कर्पूरी जयंती के दिन 24 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश भी सरकार को घोषित करना चाहिए.
सरकारी दस्तावेजों में क्यों नहीं हो रहा है कर्पूरी चौक का नाम
कर्पूरी जयंती दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि रांची के कर्पूरी ठाकुर चौक को अब जानबूझकर हिनू चौक के रूप में हर जगह इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि 'जननायक' की स्मृति को कम किया जा सके. वक्ताओं ने कहा कि यह दुखद है कि अब सरकारी दस्तावेजों में भी कर्पूरी चौक की जगह हीनू चौक शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है जो ठीक नहीं है.
गरीबों के बीच कंबल वितरण
कर्पूरी ठाकुर जयंती कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने जननायक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने शोषित-वंचितों को आगे बढ़ाने के लिए अविस्मरणीय योगदान दिया है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है.