रांचीः जिला के बेड़ो में वज्रपात की की घटना हुई है. वज्रपात की चपेट में आने से तीन किसान की मौत हो गयी. वही इस हादसे में पांच लोग झुलस गये, जिनको इलाज के लिए मांडर रेफरल अस्पताल ले जाया गया. इनमें से दो को गंभीर हालत में रांची के रिम्स रेफर कर दिया गया है. बाकी घायलों का उपचार मांडर में ही चल रहा है.
रांची जिला में मांडर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में मंगलवार दोपहर को वज्रपात की घटना में करीब आठ लोग झुलस गये. इन सभी को मांडर स्थित रेफरल अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने बसकी गांव निवासी नीरज उरांव (36 वर्ष), कैम्बो गांव निवासी सलमून एक्का (पिता स्व: संजय एक्का 22 वर्ष) और रातू तिलता के रहने वाले राजेश उरांव (20 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया. वहीं कैम्बो के अभिनाश लोहरा (पिता निलमोहन लोहरा 16 वर्ष), लक्षण उरांव (पिता बिरसा उरांव 22 वर्ष), धनिया उराईन (पति मुखिया उरांव 45 वर्ष) और रोशनी तिग्गा (पिता हरबू उरांव) गंभीर रूप से झुलसे हैं. दूसरी ओर मुड़मा मसमनो गांव में भी हुई वज्रपात से किशुन गोप (50 वर्ष) नामक व्यक्ति घायल हो गया.
मांडर रेफरल अस्पताल प्रभारी चिकित्सक डॉ. किशोर कुल्लू ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि वज्रपात की चपेट में आकर झुलसे हुए 8 लोगों को यहां लाया गया. जिनमें जांच के बाद 3 को मृत घोषित किया गया. बाकी घायलों में दो लोगों को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है. इसके अलावा शेष तीन मरीजों का मांडर रेफरल अस्पताल में ही इलाज किया जा रहा है. फिलहाल इन तीनों की हालत स्थिर है. मांडर इंस्पेक्टर जय प्रकाश राणा ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है. तीनों किसान खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए थे.
मंगलवार लगभग शाम 4 बजे सभी लोग खेत में रोपा रोपने गए थे. इसी बीच जोरदार बारिश के साथ वज्रपात की घटना हुई. बताया जाता है कि रातू तिलता निवासी राजेश उरांव का ससुराल कैम्बो गांव के बिरसा उरांव के घर है. वह तिलता से रोपा रोपने के लिए अपने ससुराल आया था. लेकिन उनकी वज्रपात से मौत हो गई. इस घटना के बाद कैम्बो और बसकी गांव में मातम छाया है.